मुरादाबाद। मुरादाबाद में हुए सबसे चर्चित श्वेताभ तिवारी हत्याकांड ने सबको झंकझोर दिया था। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। वहीं, पुलिस ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक, केशव शरण शर्मा, खुशवंत सिंह उर्फ भीम और विकास शर्मा को पकड़ा था। पुलिस ने दावा किया था कि, ललित कौशिक ने केशव, खुशवंत को सीए की हत्या के लिए दस लाख की सुपारी दी। साजिश में विकास शर्मा आरोपी है। इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया था। हालांकि, इस हत्याकांड के बाद कई तरह के दावे किए गए थे लेकिन इसका वारदात की असल वजह क्या थी ये जानकारी किसी को नहीं हो सकी है?
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हालांकि, अब हत्याकांड के खुलासे को लेकर तरह तरह की चर्चाएं भी हो रहीं हैं। कहा जा रहा है कि, वारदात के पीछे की असली वजह और असली व्यक्ति का नाम सामने नहीं आ पाया है। अब इसमें गोयल/जादूगर नाम के व्यक्ति की चर्चा हो रही है। उधर, तत्कालीन डीएम और एसएसपी के तबादले के बाद बयान भी बदलने लगे हैं, जो कई सवाल उठा रहे हैं।
दरअसल, मृतका की पत्नी शालिनी तिवारी ने अपने बयान में कहा था कि, कुछ दिनों से उनके पति तनाव में रहते हैं। और घटना से लगभग एक महीने पहले मेरे पति ने मुझे बताया था कि कुछ लोग मुझपर गलत काम करने के दबाव डाल रहे हैं। हालांकि, कौन लोग दबाव डाल रहे हैं इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं थी। उन्होंने अपने बयान में कहा कि, पुलिस की विवेचना व समाचार पत्रों के आधार पर मुझे जानकारी हुई कि ललित कौशिक व उसके साथियों ने मेरे पति की हत्या की है।
ये है पूरा मामला
15 फरवरी 2023 को रामगंगा विहार साईं गार्डन कालोनी निवासी सीए श्वेताभ तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाइक सवार दो युवकों ने दिल्ली रोड में बंसल कामप्लेक्स के बाहर सीए श्वेताभ को आठ गोली मारीं। इस मामले में सीए की पत्नी शालिनी तिवारी ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी।