अतीकअहमद (Ateeq Ahmed) और अशरफ की हत्या पर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। कहा कि यह एक राज्य का विषय है। हत्या हुई, धारा 144 लगाई गई, वहां की सरकार ने किया और वे सक्षम है यह करने में, यह उनका विषय है लेकिन दिनदहाड़े पुलिस के बीच अगर हत्या हुई है तो यह गंभीर बात है। यह क़ानून व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।
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कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह
वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना पर सरकार को घेरा है। मायावती ने ट्वीट कर लिखा है कि, गुजरात जेल से अतीक अहमद (Ateeq Ahmed) व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।
बता दें कि शनिवार को देर रात प्रयागराज में मेडिकल कालेज के पास माफिया अतीक अहमद (Ateeq Ahmed) और उसके भाई अशरफ की गोली मार कर हत्या कर दी गई। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। इसके बाद आज ही प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में ही दोनो को दफनाया जाएगा।