RBI Monetary Policy : भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने गुरुवार को अपनी मौद्रिक नीति (RBI Credit Policy) का एलान कर दिया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐलान किया है कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट (Repo Rate & Reverse Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। यानी आरबीआई रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखेगा। जिसके बाद अब बैंकों से सस्ते लोन की आस लगाए बैठे लोगों की उम्मीदों को झटका लगा है।
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मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की तीन दिवसीय बैठक में आम सहमति से नीतिगत दर को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया है। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और इसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी पर है। वहीं रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर यथावत है। एमएसएफ (MSF), बैंक रेट 6.75 फीसदी पर ही बना हुआ है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) का कहना है कि आरबीआई (RBI) का फोकस महंगाई (Costliness) कम करने पर रहा है और हमारी अर्थव्यवस्था में ग्रोथ (Growth in the Economy) बरकरार है। हालांकि महंगाई आरबीआई के टार्गेट से ज्यादा रही है लेकिन आरबीआई 4 फीसदी की महंगाई दर हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। कोर महंगाई दर में कमी आ रही है और इसके असर से नीतिगत दरों पर भी असर देखा जाएगा।
आरबीआई गवर्नर के मुताबिक जुलाई-अगस्त में महंगाई दर के ज्यादा रहने का अनुमान है और मुख्य रूप से सब्जियों की महंगाई दर (Inflation Rate) के बढ़ने के कारण ऐसा देखा जाने की संभावना है। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024 के लिए महंगाई दर (Inflation Rate) के अनुमान को बढ़ा दिया है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए महंगाई दर का अनुमान 5.4 फीसदी कर दिया गया है जो कि पिछली बार 5.1 फीसदी पर रखा गया था।