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इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में हनुमान चालीसा पाठ करने से शुभ फल की होती है प्राप्ति

By संतोष सिंह 
Updated Date

Hanuman Chalisa Effects: हिन्दू धर्म में मान्यता है कि कलयुग में हनुमान जी मौजूद हैं। वह अपने भक्तों की दुख-तकलीफें दूर करते हैं। हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में भक्तों का हुजूम जुटता है। कई लोग हर रोज सुंदरकांड (Sunderkand) और हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ने के भी कुछ नियम होते हैं। अगर आप ऐसा नहीं करते तो बजरंग बली (Bajrang Bali) आपसे नाराज हो सकते हैं। आइए आपको बताते हैं।

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कब करना चाहिए हनुमान चालीसा का पाठ?

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय करना चाहिए। हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ मंगलवार और शनिवार को शुरू करना चाहिए। अगर ब्रह्म मुहूर्त (Brahma Muhurta) में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ते हैं तो शुभ फल की प्राप्ति होती है।

कितनी बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए?

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ अपनी श्रद्धानुसार 7,11, 21, 40 और 108 बार कर सकते हैं। हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ मंगलवार से शुरू करना बेहद शुभ होता है।

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नियमित पाठ से क्या मिलते हैं फायदे

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  का नियमित पाठ करने से आत्मविश्वास में इजाफा होता है। नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। नई ऊर्जा का संचार होता है। भय, विकार और डर दूर होते हैं। आर्थिक, शारीरिक और मानसिक समस्याओं का नाश होता है। सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है। मुख पर हमेशा तेज रहता है और घर में शांति आती है।

हनुमान चालीसा का पाठ कैसे करें?

हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  पढ़ने से पहले बजरंग बली (Bajrang Bali)  की तस्वीर को लाल कपड़े पर विराजमान करें। इसके बाद गाय के घी का दीपक जलाएं। हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  का पाठ करते वक्त लाल आसन पर बैठें। साफ-सफाई का खासतौर पर ध्यान रखें। स्वस्थ वातावरण और शांत मन से हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  का पाठ करें। हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  का पाठ पूर्ण होने पर बूंदी के लड्डू का भोग चढ़ाएं। मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa)  का पाठ करने से मंगलदोष, साढ़ेसाती जैसे दोषों का निवारण होता है।

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