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नई दिल्ली। रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (RJIL) ने आज घोषणा करते हुए कहा है कि उसने 22 लाइसेंस प्राप्त सेवा क्षेत्रों (LSA) में से प्रत्येक स्पेक्ट्रम बैंड में अपने न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को शर्तों के तहत समय से पहले पूरा कर लिया है। ऐसा करके कंपनी ने 15 अगस्त से पहले ही देश के सभी ग्राहकों को 5G कनेक्टिविटी का तोहफा दिया है। आपको बता दें कि कंपनी को 17 अगस्त 2022 को स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया था।
Jio का अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा
19 जुलाई 2023 को RJIL ने दूरसंचार विभाग (DOT) इकाइयों के साथ फेज 1 न्यूनतम रोल-आउट दायित्व को पूरा करने के लिए निर्धारित विवरण जमा करने का काम पूरा कर लिया था और 11 अगस्त 2023 तक सभी सर्किलों में आवश्यक DoT परीक्षण पूरा कर लिया गया है।
Jio ने लो-बैंड, मिड-बैंड और mmWave स्पेक्ट्रम का एक अनूठा संयोजन हासिल किया, जो अपने गहरे फाइबर नेटवर्क और स्वदेशी तकनीक प्लेटफार्मों के साथ मिलकर Jio को हर जगह 5G और सभी (उपभोक्ताओं और उद्यमों) के लिए 5G प्रदान करने में सक्षम करेगा।
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Jio True-5G का समूचे देश में प्रसार
Jio के पास सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम फुटप्रिंट है। Jio के पास 22 सर्किलों में से प्रत्येक में मिलीमीटर वेव बैंड (26 गीगाहर्ट्ज) में 1,000 मेगाहर्ट्ज भी है, जो विशिष्ट रूप से एंटरप्राइज उपयोग के मामलों को सक्षम करेगा और साथ ही उच्च गुणवत्ता वाली स्ट्रीमिंग सेवाएं प्रदान करेगा।
जियो का मानना है कि स्टैंडअलोन तैनाती के कारण जियो के ट्रू-5जी लाभों की अतिरिक्त परत के साथ एमएमवेव स्पेक्ट्रम, एक महत्वपूर्ण डिप्लॉयमेंट है, जो इसे 5जी-आधारित व्यापार-कनेक्टिविटी समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाता है जो लाखों छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को मदद करेगा।
आकाश अंबानी ने क्या कहा?
इस अवसर पर बोलते हुए, रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के अध्यक्ष, आकाश अंबानी ने कहा, “उच्च गुणवत्ता वाली 5G सेवाओं के त्वरित रोल-आउट की दिशा में भारत सरकार, दूरसंचार विभाग और 1.4 बिलियन भारतीयों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हुए, हम यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि हम 5जी सेवाओं की गति के मामले में भारत को विश्व स्तर पर नेतृत्व की स्थिति में ले आए हैं। हमने निश्चित रूप से हमें आवंटित 5जी स्पेक्ट्रम के लिए न्यूनतम रोल-आउट दायित्वों को भी पूरा कर लिया है।