उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की राज्य में ट्रांसफर का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार रात को 4 आईपीएस अधिकारियों के तबादला का आदेश जारी हो गया है। इसमें बदली में सबसे बड़ा नाम आईपीएस आशीष श्रीवास्तव का शामिल है। आशीष श्रीवास्तव 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, वो मौजूदा समय में छह महीने से लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में डीसीपी सेंट्रल के पद पर तैनात थे। फिलहाल आशीष को नई जिम्मेदारी दे दी गई है। लेकिन उनके ट्रांसफर की वजहों को लेकर चर्चाओं का दौर भी गर्म हो गया है। क्राइम बीट के धुरंधर और पुलिस महकमे के अधिकारी आईपीएस आशीष श्रीवास्तव में तबादले के पीछे की वजह को तलाशने में जुट गए हैं। पर, आईपीएस आशीष श्रीवास्तव के ट्रांसफर की मुख्य वजह बसपा सुप्रीमो मायावती की रैली बताई जा रही है।
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बता दें कि गुरुवार को बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पार्टी संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में रैली का आयोजन किया था। इस रैली में रिकॉर्ड भीड़ कार्यक्रम स्थल पहुंची थी। उस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की मौजूदगी थी।इसी बीच 10 बजे के करीब बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती रैली को संबोधित करने पहुंच गई। उस समय कार्यक्रम में जन सैलाब उमड़ा था। कई किलोमीटर पैदल चलकर आए लोग एंट्री गेट के साइड में दीवार की छांव में बैठे हुए थे। जिसमें बच्चे, महिला और बुजुर्ग भी शामिल थे।
तभी अचानक से डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव वहां आ गए और छांव के सहारे जमीन पर बैठे बुज़ुर्ग और महिलाओं को हटाने लग गए। वहां से हटाए जाने को लेकर बुजुर्गों और महिलाओं ने बैठे रहने की गुहार भी लगाई, लेकिन डीसीपी आशीष श्रीवास्तव ने उन सभी की एक भी ना सुनी और सभी को वहां से हटने के लिए कहने लगे।बता दें कि आईपीएस अधिकारी आशीष श्रीवास्तव को डीसीपी सेंट्रल के पद से हटाए जाने के पीछे की मुख्य वजह क्या है, ये तो अभी साफ नहीं पता चल पाया है। रैली से भीड़ को हटाना आशीष श्रीवास्तव को भारी पड़ गया है। उनके तबादले की एक वजह यह भी हो सकती है।