इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने 8 अगस्त, 2019 से समझौता एक्सप्रेस को बंद कर रखा है। ऐसे में भारत की एक मालगाड़ी और समझौता एक्सप्रेस के 11 कोच पाकिस्तान में ही फंसे हुए हैं, जिन्हें पड़ोसी मुल्क वापस करने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान को इस बारे में कई बार याद दिलाया जा चुका है, लेकिन इसके बावजूद वो इन्हें वापस करने के मूड में नहीं है।
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बता दें, पाकिस्तान सरकार की हालत इस समय काफी टाइट है। यही कारण है कि वो अपने रेल कर्मचारियों को सैलरी भी नहीं दे पा रहा है। यहां पकिस्तान सरकार की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि अब वो निजीकरण करने को मजबूर हो चुका है। मालूम हो, समझौता एक्सप्रेस भारत से पाकिस्तान के लिए आखिरी बार 7 अगस्त, 2019 को रवाना हुई थी।
इसके बाद जब भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया तो पाकिस्तान ने भी समझौता एक्सप्रेस बंद कर दी। यही नहीं, समझौता एक्सप्रेस बंद करने के बाद पाकिस्तान ने भारत के डिब्बे भी नहीं लौटाए और अब उन्हें वो पिछले डेढ़ साल से इस्तेमाल कर रहा है। मालूम हो, पाकिस्तान रेलवे इतनी कंगाल हो गई है कि उसे कुछ ट्रेनें भी बंद करनी पड़ी क्योंकि कोरोना संकट की वजह से यात्री ही कम हो गए हैं। अब आलम ये हैं कि रेलवे ना तो सैलरी दे पा रहा है और ना ही पेंशन।