Sankashti Chaturthi 2021: संकष्टी चतुर्थी गणेश भगवान को समर्पित है। भगवान गणेश की पूजा अर्चना और उनको प्रसन्न रखने के लिए यह एक विशेष दिन है। इस दिन गणेश भगवान को प्रसन्न करने लिए व्रत उपवास रखा जाता है। साल 2021 की अंतिम संकष्टी चतुर्थी 22 दिसंबर को मनाई जाने वाली है। संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत रखकर गणेश भगवान की पूजा की जाती है।दरअसल बुधवार का दिन गणेश भगवान को समर्पित होता है, और उस दिन संकष्टी चतुर्थी होने के कारण यह अधिक फलदायी होगी। गणेश भगवान की विधि पूर्वक पूजा-अर्चना करने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी कष्टों का निवारण कर उनकी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
पढ़ें :- 02 नवम्बर 2024 का राशिफल: कारोबार में होगा लाभ, नौकरी में बढ़ेगा प्रभाव...जानिए कैसा रहेगा आज आपका दिन?
तिथि: 22 दिसंबर , 2021, बुधवार
पूजन मुहूर्त: रात्रि 08:15 से रात्रि 09:15 तक (अमृत काल)
चंद्र दर्शन मुहूर्त: रात्रि 08:30 से रात्रि 09:30 तक रहेगा
इन मंत्रो से करे गजानन महाराज की पूजा
श्री गणपति मंत्र – ॐ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।
पढ़ें :- Bhai Dooj 2024 : भैया दूज पर करें आसान उपाय, घर में आएगी खुशहाली
लाभ : किसी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश जी के इस मंत्र का जाप करना विशेष फलदायी साबित होता है और काम में सफलता प्राप्त होती है।
ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।
लाभ: गणेश जी के इस मंत्र का जाप कर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है और उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
श्री गणेश बीज मंत्र ॐ गं गणपतये नमः ।।