Secret of Log Life: जापान में आयु दर सौ साल से भी ज्यादा है। जबकि हमारे देश में सत्तर से अस्सी साल तक ही जीवित रहते है। इसके पीछे उनकी हेल्दी लाईफस्टाईल है। लाइफस्टाईल में सबसे जरुरी हिस्सा जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) है। यह थेरिपी उन्हें हेल्दी रखने में हेल्प करती है।
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कैसे होती है जापानी वॉटर थेरिपी
सुबह उठते ही खाली पेट चार गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। जापानी ट्रैडिशनल मेडिसिंस के अनुसार सुबह का समय सबसे अच्छा समय होता है। इस दौरान पानी पीने से वजन कम होता है और पाचन भी बेहतर होता है। आप चाहे को गुनगुने पानी में नींबू का रस भी मिला सकते है।
ध्यान रहे पानी कुछ भी खाने के करीब आधा घंटा पहले पानी पीएं। ब्रेकफास्ट, लंच और डीनर के दौरान भूलकर भी पानी न पीएं। एक से दो घंटे के बाद ही पानी पीएं। जिन बुजुर्ग लोगो को गंभीर स्वास्थ्य स्थिति हो वे शुरुआत में डेली एक गिलास पानी पीएं। इसके बाद पानी की मात्रा बढ़ाएं। अगर आप सुबह सुबह एक साथ चार गिलास पानी नहीं पी पा रहे है तो थोड़ी थोड़ी देर में रुक रुक कर भी पी सकते है।
जापानी वॉटर थेरिपी (Japanese Water Therapy) के होते हैं ये फायदे
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अधिक पानी पीने से शरीर से गंदगी बाहर निकलती है। शरीर साफ रहता है और कई रोगो से बचा कर रखता है। इसलिए डेली सुबह करीब चार गिलास पानी पीएं।
जब आप खाली पेट पानी पीते हैं तो शरीर के हानिकारक पदार्थ बाहर निकल जाते है। इससे पाचन बेहतर होता है। इसके भूख कम लगती है और वजन कम होता है।
सुबह खाली पेट पानी पीने से मेटाबॉलिज्म रेट 24 प्रतिशत अधिक बढ़ता है। बढ़ा हुआ मेटाबॉलिज्म रेट पेट के लिए अच्छा है। इसलिए जो लोग डाइटिंग कर रहे हो उन्हें जापानी वॉटर थैरेपी का पालन करना चाहिए। इससे खाना पचने में आसानी रहेगी।
इसके अलावा सुबह खाली पेट पानी पीने से पथरी की समस्या में आराम मिलता है। इससे एसिड कम होता है, जिससे किडनी की पथरी से मुक्ती मिलती है। इसलिए जब आप पानी पीते है तो आपको ब्लैडर इंफेक्शन में छुटकारा दिलाता है। स्टोन की समस्या में निजात मिलती है। इसके अलावा इम्युनिटी बेहतर होती है।