Shakun Shastra : मछली को शुभ, समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन काल से ही जीवन जीने में शुभ अशुभ का विचार समाज में चलता आ है। वातावरण में पाए जाने जीव और वनस्पतियों से शुभ अशुभ संकेत प्राप्त होता है। मछली को बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। प्राचीन शास्त्रों में बताया गया है कि मछली सफलता और जीत का प्रतीक है। ज्योतिष शास्त्र में इसे मीन कहा जाता है। मछली को विचारशीलता से भी जोड़ कर कर देख जाता है। मछली को संवेदनशीलता से भी जोड़ कर देखा जाता है।
पढ़ें :- Akshaya Tritiya 2024 : अक्षय तृतीया पर बन रहा गजकेसरी राजयोग , स्नान दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी
धर्म ग्रंथ शकुन शास्त्र में कहा गया है कि यात्रा करते समय यदि रास्ते में मछली दिख जाए तो समझिये की कार्य सफल हो गया। प्राचीन काल से ही यात्रा के शकुन में मछली और दही, और पान को देख कर यात्रा प्रारंभ की जाती है। आईये जानते है मछली के शकुन के बारे में।
1.काले रंग की मछली को एक खास महत्व होता है। माना जाता है कि काले रंग की मछली सुरक्षा का प्रतीक होती है।
2.काली मछली घर की नकारात्मक ऊर्जा को मिलती है।
3.अपने काले रंग के कारण वो घर की नेगेटिव एनर्जी को खुद की ओर आकर्षित करती है।
4.ऐसी मान्यता है कि घर पर रंगीन मछलियां पालने से घर के सदस्यों पर आने वाली मुसीबत टल जाती हैं।