shakun shastra: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज 19 नवंबर 2021 को लगेगा। 19 नवंबर को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है। यह चंद्र ग्रहण भारत के कुछ राज्यों में आंशिक रुप से दिखाई देगा। ऐसा कहा जा रहा है कि ये सदी का सबसे बड़ा और सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा।अथर्ववेद में सूर्य ग्रहण तथा चंद्र ग्रहण को अशुभ तथा दुर्निमित कहा गया है। इस दौरान शुभ काम करने, खाने-पीने की मनाही की गई है। ये ग्रहण लोगों पर भी बड़ा असर डालते हैं। आइये जानतें है ग्रहण से होने वाले शुभ-अशुभ शकुन के बारे में।
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1. किसी पुण्य स्थल पर स्नान और जप करने से सूर्य तथा चंद्र ग्रहण के दोष से मुक्ति मिलती है।
2. सूर्य तथा चंद्र ग्रहण के अवसर पर सरोवर स्नान की महिमा कही गई है।
3. सूर्य का चंद्र की भांति दिखाई देना अशुभ एवं मृत्युसूचक माना गया है।
4. चंद्रग्रहण के दौरान ग्रहण के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए जहां चंद्र ग्रह की शांति के लिए मंत्रोच्चारण एवं शिव आराधना की जाती है।
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5. ग्रहण के बाद घर के मंदिर की भी शुद्धि आवश्यक है। इसलिए थोड़ा गंगा जल हाथ में लेकर मंदिर में छिड़कें। इसके साथ ही देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को भी गंगा जल से शुद्ध करें और इसके बाद ही पूजा करें।