लखनऊ। ज्ञानवापी मस्जिद विवाद मामले में शिवलिंग को लेकर किये गये विवादित टिप्पणी के कारण कल पुलिस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रतन लाल को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि कल ही उनको दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट से जमानत मिल गई थी। इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रोफेसर रतन लाल का बचाव करते हुए वर्तमान भाजपा सरकार को दलित विरोधी बताया है।
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया, ”हिंदू कॉलेज (DU) के प्रो. रतनलाल जी की गिरफ्तारी कर दिल्ली सरकार विचार रखने के मौलिक अधिकार का हनन एवं लोकतंत्र की हत्या करने का कुत्सित प्रयास कर रही है। सरकार मे यदि थोड़ी भी नैतिकता है तो दिल्ली पुलिस के घिनौने कृत्य पर तत्काल रोक लगाते हुए प्रोफेसर साहब को ससम्मान रिहा कराएं।”
एक अन्य ट्वीट में स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा, ”पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो. रविकांत जी पर जानलेवा हमला और FIR कराकर लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की और अब दिल्ली विवि. के प्रो. रतनलाल की गिरफ्तारी कराकर विचारों पर ताला लगाने का घिनौना कृत्य। इससे केंद्र व प्रदेश सरकार का संविधान विरोधी व दलित विरोधी चेहरा उजागर हो गया हैं।”