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शिवपाल यादव बोले- देश में अब ‘Uniform Civil Code’ लागू करने का सही समय

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Progressive Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने बीजेपी से नजदीकियों की खबरों के बीच देश में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू करने की पैरवी की हैं। उन्होंने कहा कि अब समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू करने का सही समय आ गया है।

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बता दें कि शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने ये बात अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। शिवपाल यादव (Shivpal Yadav)  अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) और राहुल सांकृत्यायन की पुण्यतिथि (Rahul Sankrityayan Death Anniversary) के मौके पर एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान राष्ट्रीयता और समाजवाद विषय पर बोलते हुए शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने कहा कि अंबेडकर और लोहिया दोनों ने समाजवाद की खुली पैरवी की थी।

साथ ही संविधान सभा (Constituent Assembly) में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) की वकालत भी की थी। उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया (Ram Manohar Lohia) ने तो 1967 के चुनाव में इसे मुद्दा भी बनाया था। वहीं शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के इस मुद्दे को उठाने के बाद समाजवादी चिंतक, बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Progressive Samajwadi Party)  के प्रवक्ता राष्ट्रीय दीपक मिश्रा (Spokesperson National Deepak Mishra) ने कहा कि जल्द ही समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code)  को लागू करने की मांग को लेकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और शांता कुमार सिंह मुलाकात करना चाहते हैं। इसके लिए दीपक मिश्रा ने पीएम मोदी से मुलाकात के लिए वक्त मांगा है।

जानें क्या है समान नागरिक संहिता है?

– समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून। अभी होता ये है कि हर धर्म का अपना अलग कानून है और वो उसी हिसाब से चलता है।

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– हिंदुओं के लिए अपना अलग कानून है, जिसमें शादी, तलाक और संपत्तियों से जुड़ी बातें हैं। मुस्लिमों का अलग पर्सनल लॉ है और ईसाइयों को अपना पर्सनल लॉ।

– समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code)  को अगर लागू किया जाता है तो सभी धर्मों के लिए फिर एक ही कानून हो जाएगा। मतलब जो कानून हिंदुओं के लिए होगा, वही कानून मुस्लिमों और ईसाइयों पर भी लागू होगा।

– अभी हिंदू बिना तलाक के दूसरी शादी नहीं कर सकते, जबकि मुस्लिमों को तीन शादी करने की इजाजत है। समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code)आने के बाद सभी पर एक ही कानून होगा, चाहे वो किसी भी धर्म, जाति या मजहब का ही क्यों न हो?

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