Sidhi Urination Case : मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पेशाब कांड bhadas4media पर सबसे सनसनीखेज दावा किया है। bhadas4media ने दावा किया है कि जांच तो इस बात की भी होनी चाहिए कि जिस पर पेशाब जा रहा है। वह 15-16 साल का लड़का नाबालिग लगता है। उसके बाल घने और पूरे सिर पर घुंघराले से क्यों हैं? प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla) पर पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) लगाने की बात क्यों हो रही थी?
पढ़ें :- Promotion of IAS officers : योगी सरकार ने 95 आईएएस अधिकारियों को दिया क्रिसमस गिफ्ट, 18 बने सचिव, पढ़िए लिस्ट
bhadas4media ने दावा किया कि पीड़ित मानसिक रूप से विक्षिप्त दिख रहा रहा था। घटना में अब सवाल उठता है कि वह बेघर और लावारिस की तरह रात में सड़क किनारे किसी बंद दुकान के बाहर क्यों बैठा है और जिसको जबरन उठवाकर सीएम हाउस में पेश किया गया, उसके बाल सफेद क्यों हैं? उसके बालों का घनापन कहां गायब हो गया? आगे से माथे पर गंजापन शुरू कैसे हो गया? बाल कटवा ही दिए थे तो दाढ़ी साफ कराने में क्या दिक्कत थी?
वह 35-40 साल का अधेड़ क्यों है? सीएम के साथ में वह बैठा एकदम सामान्य मानसिक अवस्था का लग रहा है। घटना के बारे में पूछने पर वो क्यों कुछ नहीं बता पाया! वह अपनी आमदनी 400-500 रुपये रोज की कैसे बता रहा है। उसका घर परिवार मकान भी है, और बच्चे भी कमा रहे हैं। बच्चे बच्चियां पढ़ाई भी कर रहे हैं। उसका नाम पाले कोल है या दशमत रावत या कोई और? वह एससी है या एसटी?
घटना का कोई नकली पीड़ित तो पेश नहीं कर दिया गया। Affidavit पेश कराना कहीं कोई चाल तो नहीं थी कि सब दशमत रावत को ही पीड़ित समझ लें और असली पीड़ित पर किसी का ध्यान न जाए। क्या वो एफिडेविट सही तो नहीं है? कहीं ये सच तो नहीं है कि दशमत और प्रवेश के बीच ऐसा कुछ हुआ ही न हो? खुद दशमत रावत ये मानने को तैयार नहीं था कि वीडियो में वही है।
bhadas4media ने कहा कि तब जो भी हुआ, वो किसके साथ हुआ? घटना का असली पीड़ित कहां है? सीएम ने पैर धोने का जो नौटंकी की, उसका मकसद क्या है? जांच तो होनी चाहिए।