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मणिपुर में एक बार फिर हालात बेकाबू! राज्यपाल से मिलने पहुंचे 25 विधायक और एक सांसद

By Abhimanyu 
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Violence again in Manipur: मणिपुर में मैतेई संगठन के नेता अरम्बाई तेंगोल की गिरफ्तारी को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन के एक दिन बाद रविवार को भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई। पूर्वी और पश्चिमी इंफाल से राज्य के पांच जिलों में रात भर भड़की हिंसा के बाद की भयानक तस्वीरें सामने आयी हैं, जो मामले की गंभीरता को दर्शाती हैं। इसी बीच राज्य के 25 विधायक और एक सांसद मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से मिलने राजभवन पहुंचे हैं।

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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मणिपुर राजभवन के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, जहां राज्य के 25 विधायक और एक सांसद मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से मुलाकात कर रहे हैं, जो बीती रात मैतेई संगठन अरम्बाई टेंगोल के नेताओं की गिरफ्तारी के बाद राज्य के पांच जिलों में भड़की हिंसा को लेकर है। इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल और काकचिंग जिलों में चार या उससे अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बिष्णुपुर में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है। एहतियाती उपाय के तौर पर इन क्षेत्रों में वीसैट और वीपीएन सुविधाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

भाजपा विधायक ख इबोम्चा ने कहा, “आज हमने राज्यपाल से कल की घटना के बारे में बात की है और उनसे गिरफ्तार किए गए अरम्बाई टेंगोल नेताओं को रिहा करने का आग्रह किया है। राज्यपाल ने कहा कि सरकार अरम्बाई टेंगोल के खिलाफ नहीं है। उन्होंने हाल ही में आई बाढ़ में अरम्बाई टेंगोल की सेवाओं का समर्थन किया है। कनन सिंह को उनके खिलाफ सीबीआई मामले के कारण गिरफ्तार किया गया था, और अन्य चार को इसलिए उठाया गया क्योंकि वे उस समय उनके साथ थे। सरकार राज्य पुलिस द्वारा इन चारों का सत्यापन कर रही है। एक बार जब वे साफ हो जाएंगे, तो उन्हें तदनुसार रिहा कर दिया जाएगा।”

कांग्रेस विधायक ओकराम सुरजाकुमार ने कहा, “हमारे पांच लड़के जो कि अरम्बाई टेंगोल से हैं, उन्हें गिरफ़्तार किया गया है, जिसके बाद पूरे राज्य में दहशत का माहौल है। कुछ जगहों पर बंद और नाकेबंदी है, और इंटरनेट बंद कर दिया गया है। हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि अगर सरकार ऐसे समय में किसी को गिरफ़्तार करना चाहती है, तो उन्हें जनता के सामने इसका कारण स्पष्ट करना चाहिए… आज लगभग सभी दलों के प्रतिनिधि यहाँ हैं।”

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