उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कुत्ते के काटने की वजह से एक बच्चे की मौत के बाद से लोगों में भयंकर खौफ है। सड़कों और गली मोहल्लों में आवारा कुत्तों से बच्चों के अलावा बड़ों को भी सतर्क रहने की जरुरत है। जिस बच्चे की मौत हो गई थी।
पढ़ें :- Benefits of Safed Musli: हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होती है सफेद मूसली
उसने अपने माता पिता को नहीं बताया था कि कुत्ते ने उसे काटा है। उस बच्चे को रैबीज हो गया जिसकी वजह से दर्द से तड़पते हुए उसकी मौत हो गई। इस घटना ने लोगो को दहला कर रख दिया है। इसलिए खास सावधानी रखने की जरुरत है।
अक्सर लोगो को लगता है कि अगर कुत्ते ने काटा है और खून नहीं निकला तो डरने की बात नहीं होती है। पर ध्यान रखें कि कुत्ते, बिल्ली या बंदर से हल्की सी भी खरोंच आ जाए तो 24 घंटे के अंदर रेबीज की पहली डोज जरुर ले लेनी चाहिए।
अक्सर बच्चों को खेलते हुए चोट लग जाती है और डर की वजह से अपने मां बाप को नहीं बताते है। इसलिए अपने बच्चों को समझाएं कि अगर घर से बाहर जानवरों से दूर रहें और अगर किसी जानवर ने उन्हें काटा है या फिर अन्य किसी प्रकार से भी कोई चोट लगे तो घर में जरुर बताएं।
अगर बच्चे को कोई जानवर काट लें तो सबसे पहले उस जगह को करीब पंद्रह मिनट तक साबुन से उस जगह को जरुर धुलें। इसके बाद उस पर पट्टी करवा लें। डॉक्टर की सलाह पर रेबीज की वैक्सीन जरुर लें।