Sri Lanka Crisis : भारत का दक्षिणी पड़ोसी देश श्रीलंका में इन दिनों दिनों संकटों चल रहा है। रोजमर्रा से जुड़ी जरूरी चीजों की किल्लत की वजह से वहां राशन पानी के दाम आसमान छू रहे है। माना जा रहा है कि देश गंभीर आर्थिक संकट झेल रहा है। श्रीलंका में आम जीवन कष्टप्रद हो गया है। बिजली कटौती के कारण लोगों को अंधेरे में जीवन जीना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट रहा है। खबरों के अनुसार,श्रीलंका ने गुरुवार से देश भर में 13 घंटे की दैनिक बिजली कटौती की घोषणा की है। अस्पतालों ने नियमित सर्जरी को निलंबित कर दिया है। क्योंकि वहां नकदी की कमी हो गई है। देश में आर्थिक संकट गहरा गया है।
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श्रीलंका के पास इस समय विदेशी मुद्रा भंडार नहीं है। ऐसे में वह न तो ईंधन खरीद पा रहा है, न ही खाद्य पदार्थ और न ही दवाएं। 2.2 करोड़ की आबादी वाला दक्षिण एशियाई देश 1948 में आजादी के बाद से अपने सबसे खराब आर्थिक संकट में है। यहां तक कि आवश्यक आयात के लिए भुगतान करने के लिए विदेशी मुद्रा की तीव्र कमी के कारण भी।श्रीलंका के ऊपर 51 अरब डॉलर का कर्ज है और क्रेडिट एजेंसियों का अनुमान है कि ये देश इस कर्ज को चुकाने में असमर्थ हो सकता है। श्रीलंका ने चीन से भी मोटा कर्ज लिया है और अब ये देश चाहता है कि इस कर्ज की रीस्ट्रक्चरिंग की जाए।