Sri Lanka Crisis : श्रीलंका (Sri Lanka ) में आर्थिक-राजनीतिक संकट (Economic-Political Crisis) गहराता जा रहा है। श्रीलंका (Sri Lanka ) में जनता के विरोध का बड़ा असर हुआ है। इस बीच गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa ) देश छोड़कर चले गये हैं। उन्होंने राष्ट्रपति पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था ऐसा कहा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa ) फिलहाल मालदीव पहुंचे हैं। अब 20 जुलाई को नए राष्ट्रपति की नियुक्ति की तैयारी शुरू हो चुकी हैं।
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श्रीलंका (Sri Lanka ) में जनता के विरोध के बाद राष्ट्रपति देश छोड़ने पर मजबूर हुए हैं। आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच गुस्साई जनता ने बीते दिनों राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया था। पीएम के आवास को आग के हवाले कर दिया था। श्रीलंका (Sri Lanka ) के कानून के मुताबिक, अगर कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले कुर्सी छोड़ता है तो संसद के किसी सदस्य को उस पद पर बैठाया जाता है। यह काम राष्ट्रपति के इस्तीफे के एक महीने के अंदर करना होता है।
राष्ट्रपति के इस्तीफा देने के बाद तीन दिनों के अंदर संसद सत्र बुलाना होता है। फिर एक दिन तय होता है जब राष्ट्रपति पद के नॉमिनेशन होगा। अगर एक से ज्यादा लोग राष्ट्रपति बनने के इच्छुक हैं तो सीक्रेट बैलेट से वोटिंग कराई जाती है। नए राष्ट्रपति चुने जाने तक एक्टिंग प्रेसिडेंट (Acting President) कामकाज देखते हैं। एक्टिंग प्रेसिडेंट (Acting President) हमेशा प्रधानमंत्री को बनाया जाता है। अब राजपक्षे के जाने के बाद रानिल विक्रमासिंघे एक्टिंग प्रेसिडेंट (Ranil Wickremesinghe Acting President) होंगे।
अब तक स्पीकर को नहीं मिला है राष्ट्रपति का इस्तीफा
पहले खबरें आई थीं कि गोटाबाया राजपक्षे ने मंगलवार को इस्तीफे पर साइन कर दिये थे और उसपर 13 जुलाई की डेट थी। इसकी घोषणा स्पीकर आज करने वाले थे, लेकिन अब खबर है कि स्पीकर को अबतक गोटाबाया का इस्तीफा मिला नहीं है।
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