Praveen Jayawickrama Match Fixing Controversy: भारत को 27 साल बाद वनडे सीरीज में मात देने के बाद श्रीलंकाई फैंस में जश्न का माहौल है। इस जीत ने एक बार श्रीलंका क्रिकेट के लिए संजीवनी का काम किया है। इसी बीच श्रीलंका के युवा स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। जयविक्रमा पर आईसीसी एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन के तीन आरोप लगाए गए हैं। इस बात की पुष्टि आईसीसी ने की है।
पढ़ें :- यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बदले अपने सुर, कहा-भाजपा में न मतभेद था, न है, न होगा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंकाई स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा कथित तौर पर एंटी करप्शन यूनिट को बिना देरी किए यह रिपोर्ट करने में विफल रहे कि उन्हें इंटरनेशनल मैचों और 2021 लंका प्रीमियर लीग के दौरान फिक्सिंग करने के लिए संपर्क किया गया था। साथ ही उन्होंने इस मामले से संबंधित मैसेजों को डिलीट कर दिया था। अब जयविक्रमा के पास अपने खिलाफ लगे आरोपों का जवाब देने के लिए 6 अगस्त 2024 से 14 दिन का समय है। अगर वह संतोषजनक जवाब देने में असफल रहते हैं तो आईसीसी के साथ श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड भी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकता है।
आईसीसी ने कहा कि जयविक्रमा के खिलाफ आर्टिकल 2.4.4, 2.4.4 और 2.4.7 के आरोप लगे हैं, जिनमें कहा जाता है कि अगर कोई आपको मैच फिक्सिंग के लिए अप्रोच करता है तो उसकी जानकारी जल्द अपने बोर्ड या फिर आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को देनी होती है। जयविक्रमा पर न रिपोर्ट करने, अन्य खिलाड़ी से भी संपर्क किए जाने की बात छिपाने और जांच में बाधा डालने (मैसेज डिलीट करने) का आरोप है।
आईसीसी के एंटी करप्शन कोड के आर्टिकल 1.7.4.1 और 1.8.1 के बाद श्रीलंका क्रिकेट और आईसीसी इस बात पर सहमत हुए हैं कि आईसीसी इस मामले में जयविक्रमा पर कार्रवाई करेगी। बता दें कि 25 वर्षीय स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा को 15 मैचों के अंतरराष्ट्रीय मैचों का अनुभव है। उन्होंने श्रीलंका के लिए अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच 2022 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।