Surya Grahan 2022 : कार्तिक कृष्ण पक्ष अमावस्या मंगलवार को सूर्यग्रहण भारत में ग्रस्ताग्रस्त खंड सूर्य ग्रहण के रूप में ही दृश्य होगा। यह खंड सूर्य ग्रहण स्वाती नक्षत्र एवं तुला राशि में होगा। इस ग्रहण से कई राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य ग्रहण और सूतक के नियमों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण के समाप्त होने पर घर की साफ सफाई के बाद ही स्नान कर मंदिर के पट खोलने चाहिए। इसके लिए आपको ग्रहण का स्पर्श काल और मोक्ष काल पता होना चाहिए। मोक्षकाल में सभी स्थानों में कुछ मिनट का कम या ज्यादा हो सकता है।
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सार्वभौमिक परिदृश्य में भारतीय स्टैण्डर्ड टाइम के अनुसार ग्रहण का स्पर्श दिन में 4:29 बजे, मध्य 5:14 बजे एवं मोक्ष 5:42 बजे होगा। ग्रहण का कुल औसत समय 73 मिनट का होगा। सूर्य ग्रहण का समय देश के अलग अलग स्थानों पर अलग-अलग होता है। तथा मुक्त भी सूर्यास्त के स्थानीय समय के अनुसार होगा।
स्थान स्पर्श मोक्ष कितने देर तक
प्रयागराज 4:40 दिन में 5:27 सायं 47 मिनट
गोरखपुर 4:38 दिन में 5:29 सायं 51 मिनट
लखनऊ 4:36 दिन में 5:29 सायं 53 मिनट
पटना 4:42 दिन में 5:14 सायं 32 मिनट
दिल्ली 4;29 दिन में 5:42 सायं 49 मिनट
मुम्बई 4:50 दिन में 6:09 सायं 69 मिनट
उज्जैन 4:41 दिन में 5:53 सायं 72 मिनट
काशी 4:42 दिन में 5:22 सायं 40 मिनट
भारत में दृश्य होने के कारण सभी प्रकार के प्रतिबंध लागू होंगे । क्योंकि इस सूर्य ग्रहण का अद्भुत दृश्य खुली आंखों से लगभग सूर्यास्त के समय देखा जा सकेगा। इस सूर्य ग्रहण में सूतक के सभी नियमों का पालन किया जाएगा । साथ ही सभी लग्नो या राशियों पर इसका प्रभाव व्यापक रूप से पड़ेगा। भारत के सामाजिक, राजनीतिक ,व्यापारिक एवं धार्मिक व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव अवश्य पड़ेगा।