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141 विपक्षी सांसदों का निलंबन हमारे आरोपों को पुष्ट करता है कि निरंकुश भाजपा देश में लोकतंत्र ध्वस्त करना चाहती है  : मल्लिकार्जुन खड़गे

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कहा कि संसद से कुल 141 विपक्षी सांसदों का निलंबन हमारे इस आरोप को पुष्ट करता है कि निरंकुश भाजपा इस देश में लोकतंत्र को ध्वस्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि आपराधिक कानून संशोधन जैसे प्रमुख विधेयक, जो कठोर शक्तियों को उजागर करते हैं और नागरिकों के अधिकारों में बाधा डालते हैं, सूचीबद्ध हैं।

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खड़गे ने कहा कि मोदी सरकार नहीं चाहती कि भारत के लोग विपक्ष की बात सुनें, जबकि इन विधेयकों पर बहस और विचार-विमर्श किया जा रहा है। इसलिए, उन्होंने लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए “सस्पेंड, थ्रो आउट और बुलडोज़” रणनीति अपनाई है।उन्होंने कहा कि गंभीर सुरक्षा उल्लंघन पर केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा संसद में बयान देने और उस पर विस्तृत चर्चा के बारे में हमारी सरल मांगें अपरिवर्तित बनी हुई हैं।

संसद के शीतकालीन सत्र में संसद की सुरक्षा चूक मामले में बड़ी संख्या में विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर है। विपक्षी सांसदों ने संसद में परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास खड़े होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। मंगलवार को भी लोकसभा से विपक्षी सांसदों का निलंबन जारी रहा है।

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या और संसद की मर्यादा को भंग करने के ख़िलाफ़, गांधी प्रतिमा पर हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी-शाह ने सदन की गरिमा का अपमान किया है। गंभीर सुरक्षा चूक के बावजूद वो संसद में आकर बयान नहीं देते।

उन्होंने कहा कि मुझे बहुत दुःख है कि इतिहास में पहली बार इतने सांसदों को ससपेंड किया गया। ये लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने जैसा है, सदन की मर्यादा पर गहरी ठेस है।

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