TALIBAN: अफगानिस्तान पर तालिबान(Taliban) का कब्जा हो गया है। अफगानिस्तान में तालिबान ने जितनी तेजी से कब्जा किया है उससे हर देश हैरान है। दूसरों को शांति का पाठ पढ़ाने वाले चीन को बंदूक की भाषा(Language of Gun) बोलने वाले तालिबानियों से ज्यादा समस्या नहीं है। चीन ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह तालिबान को मान्यता देने के मूड में है लेकिन इसकी वजह क्या है? मुल्लाह अब्दुल गनी बरादर(Bradar) को संभवतः अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति बनाया जाएगा। बीते महीने बरादर के नेतृत्व में ही तालिबानी प्रतिनिधिमंडल ने चीन के विदेश मंत्री(Foren minister) वांग यी इन से तियांजिन में मुलाकात की थी। इस दौरान तालिबान ने चीनी विदेश मंत्री से यह वादा किया था कि वह अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल(istemal) उइगुर चरमपंथियों के अड्डे के तौर पर नहीं होने देगा। यह वादा ही दोनों देशों के बीच गहरे संबंध की जड़ है।
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- TALIBAN: तालिबान ने किया है एक वादा जिस कारण मान्यता देना चाहता है चीन,जानें क्या है माजरा
TALIBAN: तालिबान ने किया है एक वादा जिस कारण मान्यता देना चाहता है चीन,जानें क्या है माजरा
By प्रिन्स राज
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