नई दिल्ली। बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यवाहक अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान (Tariq Rahman) आज ढाका विश्वविद्यालय (Dhaka University) परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने इंकलाब मंच (Inqilab Manch) के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी (Sharif Usman Hadi) की कब्र पर श्रद्धांजलि दी। हादी की इसी महीने ढाका के पलटन इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इंकलाब मंच (Inqilab Manch) के नेताओं ने तारिक रहमान (Tariq Rahman) से अपील की है कि वे राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर हादी की हत्या में शामिल लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कराएं और मामले में तेज कार्रवाई सुनिश्चित कराएं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
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बांग्लादेश में जो हालात चल रहे हैं, वो किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए अच्छी बात नहीं है। यहां शेख हसीना (Sheikh Hasina) के देश छोड़ने के बाद से ही बवाल मचा हुआ था। पहले मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus)के अंतरिम सरकार संभालने के बाद से यहां अल्पसंख्यकों, खासतौर पर हिंदुओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। इसी बीच तारिक रहमान भी 17 साल के निर्वासन के बाद लौट आए हैं। देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन, अल्पसंख्यकों पर हमले और मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) की घटनाएं सामने आई हैं। हाल ही में कट्टरपंथी छात्र नेता उस्मान शरीफ हादी की हत्या के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। उसे न्याय दिलाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने कई जगह हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की है।
इन घटनाओं ने नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस (Nobel laureate Muhammad Yunus) के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। शेख हसीना (Sheikh Hasina) सरकार के खिलाफ उग्र छात्र आंदोलनों के समर्थन से सत्ता में आई यह अंतरिम सरकार अब उसी उग्रता को नियंत्रित करने उनके पसीने छूट रहे हैं। राजधानी ढाका समेत कई शहरों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन के लिए मुश्किल साबित हो रहा है। उन्होंने अवामी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया तो अपने फायदे के लिए था, लेकिन इसका फायदा बीएनपी और खालिदा जिया खेमे को मिलता दिख रहा है।
उधर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जाहिर की है और अंतरिम सरकार से निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने तथा मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करने का आग्रह किया है। अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा और दो मॉब लिंचिंग (Mob lynching) की घटनाओं ने भारत में भी प्रतिक्रिया पैदा की है, जहां कई जगह विरोध प्रदर्शन देखने को मिले हैं। यहां रहने वाले हिंदुओं का कहना है कि तारिक रहमान (Tariq Rahman) की वापसी ने जहां बीएनपी (BNP) को नई ऊर्जा दी है, वहीं उनके लिए हालात और भी ज्यादा मुसीबत पैदा करने वाले हैं।
इंकलाब मंच (Inqilab Manch) ने कल घोषणा की है कि शरीफ उस्मान हादी की हत्या के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाए जाने तक शाहबाग चौराहे पर उसका घेराव और धरना कार्यक्रम जारी रहेगा। कार्यक्रम की घोषणा करते हुए मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने कहा कि हादी की हत्या के मामले में राज्य न्याय सुनिश्चित करने में पूरी तरह विफल रहा है। उन्होंने कहा कि हमने काफी संयम दिखाया है। क्या राज्य को हमारी परवाह है? हमें न्याय दिलाने के लिए अब तक क्या किया गया है?