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कांग्रेस ने एक पैटर्न बना रखा है हर सदन से पहले कोई चीज लेकर आना और बहस नहीं होने देना: रविशंकर प्रसाद

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरात को लेकर देश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। विपक्षी दल महिलाओं के साथ हुई हैवानियत की घटना को लेकर लगातार केंद्र और राज्य की सरकार को घेर रहे हैं। इस बीच भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद (BJP leader Ravi Shankar Prasad) ने कहा कि, हम पूरे आश्वासन और विश्वास के साथ दोहराना चाहेंगे कि मोदी सरकार भारत की महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जो घटना मणिपुर की है वह दुर्भाग्यपूर्ण है, हम सभी आहत हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कड़े शब्दों में इसकी निंदा की है, कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया है और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में देश में जागृति फैलाने की बात की है। उन्होंने कहा कि, संसद के दोनों सदनों में हम इस पर बहस चाहते थे, क्योंकि ये हमारे लिए गंभीर विषय है। मोदी सरकार देश की बहन-बेटियों की इज्जत के बारे में बहुत ही गंभीर और संवेदनशील है।

भाजपा कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहती है कि संवेदनशील मुद्दों पर आपका दृष्टिकोण क्या है। क्या आप वास्तविक चर्चा चाहते हैं या आप चाहते हैं कि जिन नियमों के तहत चर्चा होगी, उस पर आपके अहंकार को बढ़ावा मिले। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि, ये बहुत पीड़ा की बात है कि आज जब राज्यसभा में पीयूष गोयल जी ने और लोकसभा में प्रह्लाद जी ने साफ-साफ कहा था कि हम मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार हैं, तो कांग्रेस पार्टी और विपक्ष किस क्लॉज में चर्चा हो इस पर बहस कर रहे हैं। विपक्ष के लिए ​मणिपुर की घटना जरूरी नहीं है, क्लॉज जरूरी है।

भाजपा, कांग्रेस से पूछना चाहती है कि आप चाहते क्या हैं? संसद में सार्थक बहस चाहते हैं या रूल पर अपना EGO (इगो) चाहते हैं? रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने एक पैटर्न बना रखा है। हर सदन से पहले कोई चीज लेकर आना, फिर बहस नहीं होने देना, फिर बहस से भागना और फिर आरोप लगाना कि नरेन्द्र मोदी सरकार बहस नहीं करना चाहती है। ये पैटर्न देश को बताना जरूरी है। उन्होंने कहा कि, मेरे मन में एक सवाल उठता है-संदेहास्पद परिस्थितियों का…कि आज हम जुलाई में हैं और मई के पहले सप्ताह की घटना एकाएक Twitter पर आ जाती है, सदन शुरू होने से पहले। ये क्या है?

 

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