काठमांडू। नेपाल (Nepal) में 6 पार्टियों की रविवार को हुई बैठक में अगले प्रधानमंत्री के चेहरे पर मुहर लग गई है। इसके साथ ही छह पार्टियों के गठबंधन ने पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) को अगला प्रधानमंत्री स्वीकार किया गया है। यानी नेपाल के अगले प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) होंगे। वो ढाई साल तक इस पद पर रहेंगे। इसके बाद दूसरे दल के नेता को प्रधानमंत्री बनाया जाएगा।
पढ़ें :- यूपी उपचुनाव : चुनाव आयोग, बोला- पुलिस का काम मतदाता का पर्दा हटाना या पहचान पत्र देखना नहीं, शांति व्यवस्था कायम करना है
पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड (Pushpa Kamal Dahal Prachanda) नेपाल के अगले प्रधानमंत्री होंगे। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी (President Vidya Devi Bhandari) ने सभी पार्टियों से कहा था कि वो रविवार तक सरकार गठन पर आखिरी फैसला कर लें। दोपहर बाद प्रचंड की पार्टी माओइस्ट सेंटर पार्टी ने पांच दूसरे दलों के साथ गठबंधन का ऐलान किया।समझौते के तहत शुरुआती ढाई साल तक प्रचंड PM रहेंगे। इसके बाद CPN-UML सत्ता संभालेगी। इसके मायने ये हुए कि पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली (Former PM KP Sharma Oli) एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे। खास बात यह है कि ये दोनों ही नेता चीन समर्थक माने जाते हैं। प्रचंड और ओली राष्ट्रपति के पास पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
बता दें कि नेपाल में हाल में हुए आम चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल सका था, जिसके बाद 6 दलों के गठबंधन ने नेपाल के माओवादी केंद्र के नेता पुष्प कमल दहल को समर्थन करने का फैसला किया।
नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (Maoist Center) के नेता बर्शमन पुन ने कहा कि ‘6 दलों के गठबंधन ने पुष्प कमल दहल को अगले प्रधानमंत्री के रूप में चुना है। इस समझौते पर मुहर लग गई है6 पार्टियों की दहल ढाई साल तक सरकार का नेतृत्व करेंगे और ढाई साल सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML)नेतृत्व करेगी। यानी ढाई साल बाद सत्ता पर सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML)का राज होगा।
नेपाली संसद में किसके कितने सांसद?
पढ़ें :- Hockey Women's Asian Champions Trophy 2024 : भारत ने सेमीफाइनल में जापान को 2-0 से दी मात, अब फाइनल में चीन से मुकाबला
नए गठबंधन में प्रचंड के समर्थन में सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML)के 78, माओवादी केंद्र के 32, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के 20, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के 14, जनता समाजवादी पार्टी के 12, जनमत पार्टी के 6 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के 4 सांसद हैं। कुल मिलाकर प्रचंड को 166 सांसदों का समर्थन है।
इससे पहले मोओवादी सेंटर (Maoist Center ) सत्तारूढ़ गठबंधन में नेपाली कांग्रस के साथ मिलकर सरकार चला रही थी। लेकिन दोनों पार्टियों के बीच हुई बैठक से पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड उठकर चले गए और कहा कि गठबंधन ने अपनी प्रासंगिकता खो दी है. इतना कहकर उन्होंने नेपाली कांग्रेस के साथ अपना गठबंधन भी तोड़ लिया।
इसके बाद चर्चा होने लगी कि नेपाल में अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। इस बीच 6 दलों के नेता आगे आए और एक नए गठबंधन को नया रूप दिया। साथ ही इस गठबंधन ने पुष्प कमल दहल को अपना नेता चुनते हुए उन्हें प्रधानमंत्री बनाने का फैसला किया। बता दें कि 275 में से नेपाली कांग्रेस के 89 सांसद हैं।