रायबरेली। रायबरेली लोकसभा सीट (Rae Bareli Lok Sabha Seat) से कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के सामने भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) को प्रत्याशी बनाया है। रायबरेली लोसकभा सीट से उतारे गए उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह (BJP Candidate Dinesh Pratap Singh) से बीजेपी नेताओं की नाराजगी पार्टी के लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है। बता दें कि पहले से ही सपा विधायक मनोज पांडेय (SP MLA Manoj Pandey) की खामोशी चर्चा का विषय थी, लेकिन अब बीजेपी विधायक अदिति सिंह (BJP MLA Aditi Singh) का सोशल मीडिया पोस्ट चर्चा का विषय बना हुआ है।
पढ़ें :- यह भ्रष्टाचार का बेहद ख़तरनाक खेल है...अडानी के मुद्दे पर राहुल गांधी ने साधा निशाना
रायबरेली से बीजेपी विधायक अदिति सिंह (BJP MLA Aditi Singh) को चुनाव प्रचार में न दिखने पर रायबरेली के लोगों से लेकर रायबरेली के राजनीतिक गलियारों में उनके नारागजी की चर्चा शुरू हो गई है। वहीं अदिति सिंह (Aditi Singh)द्वारा सोशल मीडिया में अपने पिता के साथ एक फोटो डालते हुए लिखा कि “उसूलों के साथ कोई समझौता नहीं” भी एक अलग संदेश दे रहा है।
दरअसल अदिति सिंह (Aditi Singh) के ऊपर 2019 में एक हमला हुआ था जिसमें अदिति ने आरोप लगाया था कि वो हमला दिनेश सिंह के भाई अवधेश सिंह ने कराया है। ये बात 14 मई 2019 की है, जब तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह (District Panchayat President Awadhesh Singh) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही वोटिंग में अदिति सिंह अपने समर्थकों के साथ गई थीं। उस समय उनके काफिले पर हरचंदपुर थाना क्षेत्र के मोदी स्कूल के पास पथराव और फायरिंग हुई थी।अदिति सिंह पर हुए इस हमले का आरोप उन्होंने अवधेश सिंह के ऊपर ही लगाया गया था।
उसूलों के साथ कोई समझौता नहीं pic.twitter.com/EZRAw5lQIi
— Aditi Singh (मोदी का परिवार) (@AditiSinghRBL) May 11, 2024
पढ़ें :- महाराष्ट्र-झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस का बड़ा फैसला, नियुक्त किये पर्यवेक्षक
विधायक अदिति सिंह का यह ट्वीट भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की पार्टी विधायकों को प्रत्याशियों को जिताने की नसीहत के 48 घंटे के भीतर सामने आया है। अदिति ने चुनाव प्रचार से भी पूरी तरह दूरी बना रखी है। यह बात रायबरेली में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। कहा ये भी जा रहा है कि अदिति सिंह ने बीजेपी में अपना एक अलग गुट तैयार कर रखा है। इसमें वे तमाम नेता शामिल हैं, जिनकी दिनेश प्रताप सिंह के साथ मनमुटाव है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भी हुए फेल
बता दें कि दिनेश प्रताप सिंह से नाराज चल रहे विधायकों को मनाने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अदिति सिंह से मुलाकात भी की थी। प्रदेश अध्यक्ष कार्यालय पर दोनों की बैठक भी हुई, इतना ही नहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बीजेपी विधायक के लालूपुरा स्थित आवास पर भी मिलने पहुंचे। हालांकि अदिति सिंह किसी के साथ मंच पर नहीं दिखी।
आपको बता दें कि बीजेपी विधायक अदिति सिंह (BJP MLA Aditi Singh) के पोस्ट पर अब BJP उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह (BJP Candidate Dinesh Pratap Singh) के बेटे ठाकुर पीयूष प्रताप सिंह ने जमकर पलटवार किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने पोस्ट में लिखा है कि ‘रामकाज में उसूलों को न्योता नहीं। इज्जत भी मिलेगी तारीफे भी मिलेंगी। मेहनत करके तो देखो आपको कामयाबी भी मिलेगी। सीता राम!
पढ़ें :- कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल गांधी और सुप्रिया श्रीनेत को भाजपा नेता विनोद तावड़े ने भेजा नोटिस, जानिए क्या है पूरा मामला
BJP के स्थानीय संगठन को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को दी थी
दरअसल, रायबरेली सीट से इस बार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) चुनाव लड़ रहे हैं। उनके खिलाफ बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह (BJP Candidate Dinesh Pratap Singh) को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सबसे बड़ा सवाल ये है कि दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाने की वजह से भाजपा के कई नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय संगठन को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को दी गई थी। बीते दिनों में वह तीन से चार बार रायबरेली जा चुके हैं ,लेकिन अभी भी बीजेपी नेताओं के बीच की कलह दूर होते नजर नहीं आ रही है। फिलहाल किसकी नैय्या होगी पार और किसकी डूबेगी। ये तो आने वाला वक़्त बताएगा।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को लखनऊ में विधायकों और एमएलसी की बैठक की थी। बैठक में अदिति सिंह भी मौजूद थीं। नड्डा ने विधायकों से पार्टी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत से जुटने को कहा था। बैठक के बाद अदिति सिंह मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना ही सीधे निकल गई थीं।
रायबरेली में वोटिंग 20 मई को
बता दें कि रायबरेली सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। अब इस चुनाव में सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद राहुल गांधी इस सीट से उम्मीदवार है। बता दें कि रायबरेली सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को वोटिंग होगी।