Margashirsha Month 2021 : हिंदू कैलेंडर (Hindu Calander) के अनुसार कार्तिक माह के बाद मार्गशीर्ष माह की शुरुआत होती है। प्रभु की कृपा के लिए यह माह उत्तम माना गया है। हिन्दू वर्ष का नवा महीना अगहन अथवा अग्रहायण के नाम से जाना जाता है। इसका प्रचलित नाम मार्गशीर्ष एवं मगसर हैं। इस महीने में कई व्रत और त्योहार पड़ेंगे। मार्गशीर्ष महीने में पहला व्रत रोहिणी व्रत 20 नवंबर के दिन रखा जाएगा। ये व्रत जैन समुदाय के लोगों द्वारा रखा जाता है।इस माह में श्रीकृष्ण पूजा और गीता ग्रंथ पूजा का खास महत्व रहता है।
पढ़ें :- Mahakumbh 2025 : स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती से दीक्षा लेकर दो युवा प्रतिभाओं ने ग्रहण किया संन्यास, सनातन की सेवा का संकल्प लिया
इस महीने में कई व्रत और त्योहार पड़ेंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सतयुग में सभी देवताओं ने मिलकर मार्गशीर्ष मास की प्रथम तिथि को वर्ष का आरंभ किया था। इसलिए इस दिन सभी देवों का स्मरण किया जाता है। 23 जून को संकष्टी चतुर्थी है। संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश जी को समर्पित है और हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को ये व्रत रखा जाता है।
27 नवंबर को कालाष्टमी है। कालाष्टमी को काल भैरव जयंती भी कहा जाता है। ये व्रत काल भैरव भगवान के लिए रखा जाता है। हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है।
इसके अलावा माता अन्नपूर्णा की जयंती, त्रिपुर भैरवी जयंती और श्रीराम विवाहोत्सव भी मनाया जाता है।