लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी मोदी मैजिक एक बार फिर काम कर गया है और 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी ने दोबारा सरकार बनाने की तैयारियां शुरू कर दी है और मंत्रिमंडल को लेकर बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है।पार्टी सूत्र बताते हैं कि होली के ठीक पहले या फिर होली के बाद योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं और उनके साथ नवनिर्वाचित विधायक व बीजेपी के वरिष्ठ नेता व सहयोगी दल के नेता भी शपथ ले सकते हैं।इसको लेकर दिल्ली आज देर शाम भारतीय जनता पार्टी की एक बड़ी बैठक हुई। उसमें योगी आदित्यनाथ के साथ साथ कौन-कौन कैबिनेट मैं शामिल किए, इस पर चर्चा हुई। साथ ही शपथ ग्रहण की तारीख पर भी मोहर लगी।
पढ़ें :- सपा का परिवारवाद, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी वाली राजनीति फिर नहीं लौटेगी : केशव मौर्य
संभावित योगी के कैबिनेट मंत्री – पार्टी सूत्रों की माने तो शपथ ग्रहण समारोह की तिथि पर मुहर लगने के बाद शपथ ग्रहण को भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री की शपथ योगी आदित्यनाथ के लेने के बाद उनके साथ सतीश महाना (कैबिनेट मंत्री), पंकज सिंह (कैबिनेट मंत्री), बेबीरानी मौर्य (कैबिनेट मंत्री), असीम अरुण (कैबिनेट मंत्री), राजेश्वर सिंह (कैबिनेट मंत्री), डॉक्टर संजय निषाद (कैबिनेट मंत्री),सुरेश खन्ना (कैबिनेट मंत्री),आशुतोष टंडन (कैबिनेट मंत्री), रमापति शास्त्री (कैबिनेट मंत्री) , सिद्धार्थ नाथ सिंह (कैबिनेट मंत्री),नीलकंठ तिवारी (कैबिनेट मंत्री), गुलाब देवी (कैबिनेट मंत्री), श्रीकांत शर्मा (कैबिनेट मंत्री), बृजेश पाठक (कैबिनेट मंत्री), नंद गोपाल नंदी (कैबिनेट मंत्री) शपथ ले सकते हैं।बताया जा रहा है कि यह वह चेहरे हैं जिन पर नतीजा आने के बाद से लगातार कैबिनेट में शामिल करने को लेकर चर्चा जोरों पर है। हालांकि यह कैबिनेट में रहेंगे कि नहीं रहेंगे इस फैसले पर अंतिम मोहर दिल्ली में लगनी है।
नए चेहरों को मिल सकती है जगह – पार्टी सूत्रों की माने तो 2017 में पूरे मंत्रिमंडल मैं शामिल रहे कई ऐसे मंत्री हैं जो चुनाव जीत कर भी आए हैं लेकिन उन्हें इस बार मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना नहीं दिख रही है और इस बार योगी के मंत्रिमंडल में युवाओं को आगे लाने की चर्चा जोरों पर है।पार्टी सूत्र बताते हैं कि 2022 का पूरा चुनाव योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ा गया और उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत भारतीय जनता पार्टी को मिला है इस लिए इस बार कई ऐसे मंत्री ऐसे होंगे जिन पर योगी आदित्यनाथ से भी चर्चा की जाएगी और उनके विश्वास पर खरे उतरने वाले को ही मंत्रिमंडल में जगह मिल पाएगी।इसके साथ साथ मंत्रिमंडल में विवादित चेहरों को भी स्थान नहीं दिया जाएगा और विवादों से जिनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। उन्हें ही मंत्रिमंडल में शामिल करने की योजना बनाई जा रही है।जिसके चलते 2022 में मंत्रिमंडल में बहुत से नए चेहरे भी देखने को मिलेंगे।