लखनऊ। यूपी (UP) की योगी सरकार (Yogi Government) ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ पर कार्य कर रही है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक जिलाधिकारी महोदय सरकार की नीतियों की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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बगैर कमीशन किसी भी योजना को आगे नहीं बढ़ने देते हैं जिलाधिकारी महोदय
उक्त जिले में कार्य करने वाली एजेंसियों का कहना है कि जिलाधिकारी महोदय बगैर कमीशन किसी भी योजना को आगे नहीं बढ़ने देते हैं। यदि कोई एजेंसी ऐसा नहीं करती है तो उस जांच बैठाकर उसको प्रताड़ित करने का खेल शुरू कर देते हैं।इससे साबित होता है कि इस जिले में इंस्पेक्टर राज अभी भी धड़ल्ले से चल रहा है।
ये जिलाधिकारी महोदय क्षत्रिय बिरादरी से आते हैं। इसलिए कोई भी एजेंसी इनकी शिकायत यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं। अब सवाल उठता है कि जब ऐसे ही अधिकारी रहेंगे तो योगी सरकार यूपी को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने का सपना कैसे साकार हो पाएगा?
यूपी को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने में पूरी क्षमता से जुटे हुए हैं योगी आदित्यनाथ
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जबकि सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) यूपी को ‘उत्तम प्रदेश’ बनाने में पूरी क्षमता से जुटे हुए हैं। योगी आदित्यनाथ अपनी हर सभा में अक्सर कहते रहते हैं कि यूपी में 2017 से पहले जंगल राज था। इसके चलते आम लोगों की जिंदगी दूभर हो गई थी, लेकिन अब राज्य में बदलाव हुआ है। पहले उद्यमी पलायन करते थे, लेकिन अब ऐसा माहौल है कि लोग स्टार्टअप करने की भी सोच रहे हैं। इसकी वजह प्रदेश सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ है।