Three Agricultural Laws: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा (United Farmers Front) ने 27 सितंबर यानी सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने विपाक्षी दलों से भी अपना समर्थन मांगा है। भारत बंद को लेकर देशभर के कई हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है।
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इसके साथ ही इस दौरान किसी प्रकार की कोई आरजकत्ता न हो इसको लेकर भी तैयारी की जा रही है। दरअसल, किसान संगठन द्वारा बीते दस महीनों से इस कानून को रद्द किए जाने की मांग की जा रही है। हालांकि, सरकार काफी दिनों से किसानों से कोई बातचीत नहीं की है, जिसके कारण अब किसान आर—पार की लड़ाई का मन बना लिए हैं।
बता दें कि, संयुक्त किसान मोर्चा के इस भारत बंद में सुबह छह से शाम चार बजे तक बंदी रहेगी। इस दौरान सभी सरकारी और निजी दफ्तर, शिक्षण संस्थान, दुकानें, उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद किए जाने की किसानों ने अपील की है।
वहीं आपात प्रतिष्ठानों, सेवाओं, अस्पतालों, दवा की दुकानों, एंबुलेंस, राहत एवं बचाव कार्य और निजी इमरजेंसी सेवा पर कोई रोक नहीं रहेगी। गौरतलब है कि, किसानों के भारत बंद का समर्थन पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, बसपा सुप्रीमो मायावती, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, आम आदमी पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों ने भी अपना समर्थन दिया है।