नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि, इजराइल युद्ध के दौरान जो भारतीय वहां फंसे हुए हैं, उनके प्रति एक संवेदनशील और मजबूत सरकार ठोस कदम उठा रही है। ऑपरेशन अजय के तहत आज 212 नागरिक सुरक्षित भारत लौटे। ये पूरे भारत के लिए गौरवान्वित करने का समय था। ये दिखाता है कि अपने नागरिकों के लिए 24 घंटे काम करने की क्षमता सिर्फ मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में है।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा, इजराइल में फंसे नागरिक आज सुबह जब वापस भारत आए, तो एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर जी वहां मौजूद थे और उन्होंने नागरिकों का स्वागत किया। वंदे मातरम्, भारत माता की जय और प्रधानमंत्री जी को साधुवाद, धन्यवाद… सुरक्षित वापस भारत लौटे भारतीय नागरिकों के मन में ये भाव था। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, इजराइल में फंसी एक महिला, जो आज वापस भारत की धरती पर लौटीं, तो उन्होंने कहा कि मुझे वहां डर लगता था, मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि मैं अपने देश दोबारा लौट पाऊंगी या नहीं, अपने परिजनों से फिर मिल पाऊंगी या नहीं। आज भारत आकर मैं सुरक्षित महसूस कर रही हूं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि, आज भारत वह ताकत बनकर उभरा है, जो अपने नागरिकों के साथ बुरे और अच्छे वक्त में खड़ा रहता हैं। एक दशक पहले हम देखते थे, जो विकसित देश हैं(अमेरिका, UK) वो वैश्विक संकट या युद्ध की परिस्थिति के बीच ऑपरेशन चलाकर अपने नागरिकों को निकालते थे और दूसरे देशों की मदद करते थे। पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारत, वैश्विक संकट या युद्ध की परिस्थिति के बीच ऑपरेशन चलाकर अपने नागरिकों को सुरक्षित लाता है और दूसरे देशों की मदद करता है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, भारत जनता पार्टी की सरकार जब केंद्र में बनी उसके बाद 2015 में करीब 6,700 नागरिक यमन से सुरक्षित भारत लाए गए। वहीं, 2016 में सुडान युद्ध के दौरान ऑपरेशन संकट मोचन चलाकर 160 नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया। 2021 में जब अफगानिस्तान में युद्ध की परिस्थिति उत्पन्न हुई, तब 800 से अधिक नागरिकों को भारत वापस लाया गया। यूक्रेन-रूस संकट के दौरान ऑपरेशन गंगा के तहत 22,500 नागरिकों को सुरक्षित भारत लाया गया। इसके साथ 2023 में ऑपरेशन कावेरी चलाकर 4,097 लोग वापस लाए गए, जिसमें 3,961 भारतीय थे और 136 अन्य देशों के नागरिक थे।