नई दिल्ली: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के नए मरीजों की संख्या में इजाफा हो गया है। कोविड-19 के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों की वजह से पड़ोसी राज्यों की चिंता काफी बढ़ गई है। इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार भी सतर्क हो गई है। ऐसे में अब राज्य सरकार का कहना है कि महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश आने वाले यात्रियों को सबसे पहले कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट दिखानी होगी, उसके बाद ही उन्हें प्रदेश में एंट्री मिलेगी।
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बता दें कि मध्य प्रदेश से भी कोरोना के नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने संक्रमण की रोकथाम को लेकर समीक्षा बैठक की, जिसमें ये साफ निर्देश दिए गए कि महाराष्ट्र से लगे जिलों पर लगातार निगरानी रखी जाए। बता दें कि कोरोना से प्रभावित मरीजों की संख्या भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, उज्जैन और महाराष्ट्र से लगे जिलों में लगातार बढ़ रही है। वायरस के कारण राज्य में स्थिति न बिगड़े इसके लिए प्रदेश सरकार व्यापक इंतजाम कर रही है।
वर्ल्डओमीटर के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत दुनिया का दूसरा सबसे संक्रमित देश बना हुआ है क्योंकि यहां हर दिन मिलने वाले मरीजों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस मामले में भारत कुछ दिनों पहले तक टॉप-10 देशों की सूची से भी बाहर था। मगर मरीजों की बढ़ती रफ्तार के बाद अब देश दूसरे नंबर पर आ गया है। मालूम हो, पहले नंबर पर अमेरिका है। इसके बाद अब भारत का नंबर आ गया है। आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र के अलावा दिल्ली, पंजाब और मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस के नए मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है।
ऐसे में राज्य सरकारें भी बढ़ते मामलों को लेकर बेहद चिंतित हैं, जिसकी वजह से नाइट कर्फ्यू लागू करने को लेकर कुछ प्रदेश मजबूर हैं। यही नहीं, कोरोना कहर के चलते महाराष्ट्र के हिंगोली में पहले ही कर्फ्यू लग चुका है। हिंगोली जिले के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में एक मार्च सुबह 7 बजे से 7 मार्च को रात 12 बजे तक कर्फ्यू लागू है। इस दौरान सभी प्रतिष्ठानों, दुकानों और कैंटीनों में हर तरह की आवाजाही (व्यक्ति/वाहन) वर्जित रहेंगी। हालांकि, दूध बिक्री केंद्र, दूध विक्रेताओं को दूध वितरण करने की इजाजत है।