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Umesh Pal Murder Case : योगी सरकार ने बरेली, नैनी और बांदा जेल अधीक्षकों को किया सस्पेंड, जानें क्या था मामला?

By संतोष सिंह 
Updated Date

बरेली। प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद से योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) लगातार एक्शन मोड में है। मामले में आरोपियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई चल रही है। वहीं, मुख्य आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद से जुड़े लोगों के खिलाफ भी एक्शन हो रहा है। इन लोगों को मदद पहुंचाने वालों पर कार्रवाई चल रही है। इस क्रम में यूपी सरकार ने तीन जेलों के अधीक्षकों को निलंबित कर दिया है।

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महानिदेशक, कारागार एसएन साबत की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। प्रयागराज की नैनी जेल (Naini Jail) , बरेली जेल (Bareilly Jail) और बांदा जेल (Banda Jail) के अधीक्षक निलंबित किए गए हैं। प्रयागराज की नैनी जेल (Naini Jail)  में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case)  के मुख्य साजिशकर्ता और आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद का बेटा अली बंद है। इसके अलावा गैंग के कई सदस्य भी यहां कैद हैं। वहीं, बरेली जेल (Bareilly Jail)  में अतीक का बड़ा बेटा मोहम्मद उमर और भाई अशरफ बंद हैं। बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को रखा गया है। तीनों जेल में कैदियों को सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में यह कार्रवाई की गई है।

 

बरेली जिला जेल (Bareilly Central Prison-2) में बंद पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ (Former MLA Khalid Azim alias Ashraf) के मामले में शासन स्तर से बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रभारी डीआईजी जेल आरएन पांडेय (Incharge DIG Jail RN Pandey) की रिपोर्ट पर मंगलवार को शासन ने बरेली जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला (Bareilly Jail Superintendent Rajeev Shukla) को निलंबित कर दिया है। राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) पर जेल में अशरफ को वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराने के आरोप हैं। इस मामले में जेल अधीक्षक से पहले जेलर और डिप्टी जेलर भी निलंबित किए जा चुके हैं। दो जेल वार्डर समेत सात लोगों को जेल भेजा जा चुका है।

नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक भी निलंबित

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केंद्रीय कारागार नैनी (Central Jail Naini) के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह (Senior Jail Superintendent Shashikant Singh) को भी निलंबित किया गया है। शशिकांत सिंह (Shashikant Singh) के पास डीआईजी जेल (DIG Jail) का भी चार्ज था। शनिवार रात अधिकारियों ने नैनी जेल (Naini Jail) में छापा मारा था। इस दौरान आपत्तिजनक वस्तुओं व कार्य में शिथिलता पाई गई थी। बता दें कि नैनी जेल में माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) भी बंद रह चुका है।

बरेली जेल में बंद है अशरफ

प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) के तार बरेली जेल में बंद अशरफ से जुड़े मिले हैं। प्रयागराज पुलिस ने अशरफ को उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप बनाया है। इस हत्याकांड के बाद मिले इनपुट के आधार पर बरेली जेल के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर डीआईजी जेल आरएन पांडेय को जांच सौंपी गई थी। जांच में सामने आया कि जेल में अशरफ से उसके गुर्गों की मुलाकात बिना पर्ची के कराई जाती थी। उसे वीआईपी सुविधाएं मुहैया कराई जाती थी।

बरेली जेल के दो अधिकारी पहले हो चुके हैं निलंबित

डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट पर पर्यवेक्षणीय अधिकारी जेलर राजीव कुमार मिश्रा, मुलाकात अधिकारी डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह और पांच वार्डरों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इनमें दो वार्डर को जेल भी भेजा गया है। इसके बाद से जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई थी। शासन ने मंगलवार को जेल अधीक्षक पद से राजीव शुक्ला को भी निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से जेल स्टाफ में खलबली है।

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जेल प्रकरण की जांच के लिए स्थानीय स्तर पर सीओ आशीष प्रताप सिंह के नेतृत्व में एसआईटी (SIT) भी गठित की गई। एसआईटी की जांच में यह भी खुलासा हुआ था कि जेल के जिस हिस्से में अशरफ घूमता था, जेल अधिकारियों ने वहां से सीसीटीवी (CCTV) कैमरे ही हटवा दिए थे। जेल स्टाफ की मेहरबानी से अशरफ अपने अहाते के बाहर भी टहलता था और दूसरे बंदियों से मुलाकात करता था। अशरफ ने जेल में रहते हुए बरेली में अपने गुर्गों का नेटवर्क तैयार कर लिया था।

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