लखनऊ। उत्तर प्रदेश में स्वामित्व योजना (ownership plan) के तहत 11 लाख ग्रामीणों को उनके आवास का मालिकाना हक दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने घरौली प्रमाणा सौंपा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वामित्व योजना के अंतर्गत 11 लाख ग्रामीण आवासीय अधिकार अभिलेख (घरौनी) का ऑनलाइन वितरण किया।
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घरौनी वितरण से संपत्ति संबंधी विवादों पर विराम लगेगा और व्यक्ति प्रमाणित दस्तावेज से बैंक लोन आदि प्राप्त कर सकेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, अब गड़बड़ करके एक जमीन को कई लोगों को नहीं बेंच पाएंगे। जमीन के दस्तावेज होने से अब बैंक लोन भी आसानी से मिल जाएगा। सीएम (Cm Yogi) ने कहा कि, राजस्व विभाग और स्टांप रजिस्ट्रेशन विभाग को मिलकर यह देखना चाहिए कि जो व्यक्ति जमीन बेच रहा है यह जमीन उसके नाम है भी या नहीं।
#UPCM @myogiadityanath ने लखनऊ में स्वामित्व योजना के अंतर्गत 11 लाख ग्रामीण आवासीय अधिकार अभिलेख (घरौनी) का ऑनलाइन वितरण किया।#UPCM ने कहा कि घरौनी वितरण से संपत्ति संबंधी विवादों पर विराम लगेगा, व्यक्ति प्रमाणित दस्तावेज से बैंक लोन आदि प्राप्त कर सकेगा।#स्वामित्व_योजना pic.twitter.com/9qpxF6Dm4G
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) June 25, 2022
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साथ ही कहा कि, मैं राजस्व परिषद से कहूंगा कि प्राथमिकता के आधार पर लैंड रिकॉर्ड्स को डिजिटाइज करें। सुनिश्चित करें कि अब 06 साल की खतौनी के इंतजार को समाप्त करते हुए जब किसी व्यक्ति के द्वारा जमीन बेची जा रही है, उसी समय उसका नाम खतौनी में दर्ज कराने का प्रावधान भी करें।
बता दें कि, अभिलेखों को तैयार करने के लिए 1,10,313 ग्रामों को चिह्नित किया गया है। स्वामित्व योजना के तहत 20 जून तक प्रदेश के कुल 68641 ग्रामों में ड्रोन सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है। 23287 ग्रामों में कुल 3428305 घरौनियां तैयार हो चुकी हैं।