लखनऊ। brahmin voters in uttar pradesh: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के करीब आते ही सभी राजनीति दलों ने अपना अपना दांव चलना शुरू कर दिया है। यूपी की राजनीति में ब्राह्मण वोटर्स (Brahmin vote in UP) को साधने की कोशिश जारी है। भाजपा के बाद बसपा भी इस अभियान को तेज कर दी है। ब्राह्मण सम्मेलन (brahmin convention) की जिम्मेदारी बसपा ने सतीश चंद्र मिश्रा को दी है।
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वहीं, अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी ब्राह्मण वोटर्स को लेकर चिंतित होने लगी है। सपा (SP) भी इसको लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है। लिहाजा, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भी रविवार पांच ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठक करके कई निर्णय लिए। बताया जा रहा है कि इस बैठक में निर्णय लिया गया कि 15 अगस्त से सपा बागी बलिया से ब्राह्मण सम्मेलन (brahmin convention) की शुरूआत करेगी। इसके जरिए वह वोटर्स को लुभाने की कवायद करेगी।
सपा कार्यालय। pic.twitter.com/lPvtFHBNcn
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 25, 2021
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इन नेताओं से मंथन के बाद हुआ निर्णय
ब्राह्मण वोटर्स (brahmin voters) को लुभाने के लिए सपा भी पीछे नहीं रहना चाहती है। इसी क्रम में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व विधायक संतोष पांडेय, सनातन पांडेय समेत अन्य ब्राह्मण नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में ब्राह्मणों वोटर्स को लुभाने के लिए ब्राह्मण सम्मेलन (brahmin convention) करने का निर्णय लिया गया। बताया जा रहा है इस सम्मेलन की शुरूआत बलिया से किया जायेगा।
पांच ब्राह्मण नेताओं की बनाई कमेटी
वहीं, इस बैठक के दौरान अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ब्राह्मण पर हो रहे अत्याचार को लेकर चिंता जताई। इसके साथ ही पांच ब्राह्मण नेताओं की कमेटी बनाई है, जो ब्राह्मण सम्मेलन के दौरान इस मुद्दे को जोर सोर से उठाने का काम करेंगे। इस कमेटी में माता प्रसाद पाण्डेय, मनोज कुमार पाण्डेय, अभिषेक मिश्रा, सनातन पाण्डेय, संतोष पाण्डेय के साथ तेज नारायण पाण्डेय उर्फ पवन पाण्डेय को रखा गया है।