लखनऊ। कोरोना की दूसरी लहर (Second Wave of Corona) के बाद यूपी विधानसभा (UP Legislative Assembly) का मानसून सत्र (Monsoon Session) मंगलवार से शुरू हो रहा है। ऐसे में कोरोना काल (Corona Period ) में लोगों को हुई मुश्किलों को लेकर विपक्ष ने सरकार को सदन में घेरने की तैयारी कर रखी है। इसके अलावा विपक्ष प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराध बढ़ोत्तरी का मामला सदन में इस बार मुद्दा बनाने की फिराक में है। इसके साथ ही किसान की समस्याओं को लेकर और बेरोजगारी के मुद्दे पर भी योगी सरकार को सदन में घेरने की पुख्ता तैयारी की है।
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मानसून सत्र (Monsoon Session) के दौरान योगी सरकार उत्तर प्रदेश नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन (द्वितीय) अध्यादेश-2021, उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश, उप्र प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश और उत्तर प्रदेश निरसन विधेयक पेश कर सकती है। इसके साथ ही 18 अगस्त को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना (Finance Minister Suresh Khanna) सदन में वित्तीय वर्ष 2020- 21 का पहला अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) पेश करेंगे। चुनावी वर्ष (Election Year) को देखते हुए अनुपूरक बजट का आकार तकरीबन 50 से 55 हज़ार करोड़ का हो सकता है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा (UP Legislative Assembly) के मॉनसून सत्र (Monsoon session) के सुचारू संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित (Assembly Speaker Hriday Narayan Dixit) ने सभी दलों से सहयोग से कहा कि तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि सदन की कार्यवाही (Proceedings of the House) कोविड प्रोटोकॉल ( covid protocol) का पालन करते हुए सुनिश्चित की जाएगी।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath ) ने सत्र के सुचारू संचालन में सत्ता पक्ष के सम्पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रित है और गति स्थिर हो चुकी है, लेकिन वह अभी समाप्त नहीं हुआ है। योगी ने भरोसा दिलाया कि संसदीय परम्परा के क्रम में इस मानसून सत्र (Monsoon session) में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा-परिचर्चा के लिए सरकार पूरी गम्भीरता एवं विश्वास के साथ सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
कांग्रेस विधानमंडल दल (Congress Legislature Party) की नेता आराधना मिश्रा मोना (Aradhana Mishra Mona) ने कहा कि, कोरोना काल में जिस तरह से लोगों ने दवाइयों और मेडिकल सुविधाओं के आभाव में दम तोड़ दिया, उन मुद्दों को सदन में इस बार कांग्रेस जोर शोर से उठाएगी। वहीं, बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati ) ने भी सोमवार को ही साफ कर दिया था कि उनकी पार्टी किसानों के मुद्दे को लेकर यूपी में योगी सरकार को घेरने की कवायद करेगी। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी सदन के बाहर और भीतर सरकार को घेरने की अपनी तैयारी पूरी कर रखी है।
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विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी (Leader of Opposition in the Assembly Ramgovind Choudhary ) ने कहा कि इस सत्र में समाजवादी पार्टी विपक्षी दलों के साथ मिलकर विभिन्न मुद्दों पर योगी सरकार Yogi Sarkar की घेराबंदी करेगी। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि सभी विपक्षी दल एक साथ योगी सरकार की जन विरोधी नीतियों की मुखालफत करें। योगी सरकार में किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नौजवान और व्यापारी से लेकर हर तबका तबाह व परेशान हैं। हर तरफ मंहगाई से लोग कराह रहे हैं।