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UP Supplementary Budget : अखिलेश यादव बोले- जब पिछले बजट का 65 फीसदी नहीं हुआ खर्च तो अनुपूरक बजट क्यों?

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊ। यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र (UP Assembly Winter Session) के आज चौथे और आखिरी दिन सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) नें योगी सरकार (Yogi Government) पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने कहा कि जब पिछले बजट का लगभग 65 फीसदी पैसा खर्च नहीं हुआ है तो अुपूरक बजट (Supplementary Budget) क्यों चाहिए?

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अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) पर चर्चा में भाग लेते हुए अखिलेश ने कहा कि जब सरकार खर्च नहीं कर पा रही है तो ये अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) क्यों? सबसे महत्वपूर्ण विभागों में पैसा पड़ा हुआ है। कई विभागों में पैसा ही खर्च नहीं हुआ है। नया बजट भी आएगा। ये सरकार विजनलेस है, इनका बजट दिशाहीन रहा है। जो कहा वो नहीं किया, ये भाजपा का असली नारा होना चाहिए। भाजपा ने कहा था कि वन ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बना देंगे। इसके लिए 34 प्रतिशत की ग्रोथ रेट चाहिए। अगर आप 65 प्रतिशत खर्च नहीं करेंगे और अनुपूरक बजट (Supplementary Budget) ले लेंगे। कुछ महीने हैं आपके पास तो आप कैसे अचीव करेंगे। इस सरकार का दोहरा चरित्र है, कहती कुछ है और करती कुछ है। यह सरकार डींग मारने में आगे है।

अखिलेश ने आगे कहा कि इन्होंने समार्ट सिटी का सपना दिखाया था। क्या इस अनुपूरक बजट (Supplementary Budget)  में स्मार्ट सिटी का कहीं स्थान है। मुझे तो यह लगता है कि पहले का पांच साल का कार्यकाल और दो साल इसके भी पूरे होने वाले हैं। लगता है कि अब स्मार्ट सिटी नहीं बन पाएगी। यह विकास गति को रोकने वाली सरकार है ये। जब इनपर खर्च ही नहीं हो रहा है तो फिर इतना बड़ा बजट क्यों चाहिए। जब आपकी दूसरे राज्यों की अर्थव्यवस्था से तुलना होती है तो उसमें उत्तर प्रदेश 18वें स्थान पर है।

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं, सड़क पर गड्ढों और एक्सप्रेसवे के लिए अनुपूरक बजट (Supplementary Budget)  में प्रावधान करने पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)  ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) को लेकर कहा कि मुख्ममंत्री को अपना जिला जोड़ना था, लेकिन अभी तक नहीं जुड़ पाया है। लंबे समय से काम चल रहा है। 90 किलोमीटर सड़क 6 हजार करोड़ में बन रही है। यही लिंक कहीं और से लिंक किया जाता तो गोरखपुर तो जुड़ता ही कई और जिले भी जुड़ जाते। अखिलेश ने कहा कि अभी एमबीबीएस डॉक्टर बन रहे थे, अगर इंजीनियर बन जाते तो गोरखपुर जुड़ जाता और कई अन्य जिले भी जुड़ जाते और अभी भी रोड कंपलीट नहीं है। इससे पहले सत्र के दूसरे दिन जब सीएम योगी ने डेंगू को लेकर कई बातें कही तो अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा था कि लगता है मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की डिग्री हासिल कर ली है।

अखिलेश ने कहा कि कोई शहर नहीं है जहां जाम न हो। ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल है। कहा कि यह लोग सांड़ नहीं नंदी कहते हैं। फिर नंदी का संरक्षण क्यों नहीं कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा सड़कों पर सांड़ दिखते हैं। गौशाला में क्या दुर्दशा है। बजट में केवल 250 करोड़ रखा गया है। इससे कुछ नहीं होना है। अगर ईमानदार हैं तो नंदी की सेवा में केवल 250 करोड़ में हो जाएगी।

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कहा कि हर चौराहा, हर डिवाइडर, हर सड़क पर यह दिखाई देते हैं। तहसीलदार की जिम्मेदारी होती है इनके लिए चारा उपलब्ध कराने की। हरदोई में तो दो सांड़ तहलीदार को खोजते हुए तहसील की छत पर चढ़ गए। एक तो चारा के लालच में उतर गया, दूसरा समझदार था नहीं उतरा, हाइड्रा से उतारना पड़ा। सांड़ सड़कों पर दौड़ रहे हैं और इनका चारा पानी अधिकारी लोग खा पी जा रहे हैं।

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