अमृतसर। अमेरिका (America) से अवैध अप्रवासी भारतीयों (Illegal Immigrant Indians) का दूसरा बैच शनिवार की रात 10 बजे पंजाब के अमृतसर पहुंचेगा। इसमें 119 भारतीय हैं। इसमें पंजाब के 67 और हरियाणा के 33 लोग शामिल हैं। इसके बाद 16 फरवरी को भी रात 10 बजे एक विमान अप्रवासी भारतीयों (Immigrant Indians)को लेकर आएगा।
पढ़ें :- तिहाड़ जेल प्रशासन ने भगवंत मान को केजरीवाल से मिलने के लिए दी 'मुलाकात जंगला' की इजाजत
बता दें कि इससे पहले 5 फरवरी को अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 (US military aircraft C-17) से 104 भारतीयों को अमृतसर पहुंचाया गया था। इन लोगों के हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डालकर लाया गया था। इस बार भारतीयों को कैसे डिपोर्ट किया जाएगा? क्या उन्हें फिर से हथकड़ी-बेड़ियां पहनाकर भेजा जाएगा, इसे लेकर कोई जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
यह सोशल मीडिया पर पोस्ट किए वीडियो का स्क्रीन ग्रैब है। इसमें पिछली फ्लाइट से भारत लाए गए लोगों के पैरों में चेन बंधी हुई हैं। सीएम मान ने कहा- यह पंजाबियों को बदमान करने की साजिश
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि पंजाब में अवैध अप्रवासियों के विमान उतारना गलत
अमृतसर में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Punjab Chief Minister Bhagwant Singh Mann) ने आज कहा कि पंजाब में अवैध अप्रवासियों के विमान उतारना गलत है। यह पंजाब को बदनाम करने की साजिश है। जो लोग गैरकानूनी तरीके से अमेरिका गए थे, उन्हें डिपोर्ट किया जा रहा है। पहले भी जो लोग डिपोर्ट हुए थे, उनमें अलग-अलग प्रदेशों के लोग थे। फिर विमान अमृतसर में क्यों उतारे जा रहे हैं। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Punjab Finance Minister Harpal Cheema) ने अवैध भारतीय प्रवासियों (Illegal Immigrant Indians) को लाने वाले अमेरिकी विमान के पंजाब में उतरने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा करके केंद्र सरकार पंजाब को बदनाम करना चाहती है। वह प्लेन को गुजरात, हरियाणा या दिल्ली में क्यों नहीं उतरवाते?
प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक साल 2023 तक अमेरिका में करीब 7 लाख से ज्यादा अवैध प्रवासी भारतीय (Illegal Immigrant Indians) हैं। यह मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद सबसे ज्यादा हैं। अमेरिका में अवैध प्रवासियों (Illegal Immigrant) से डील करने वाली सरकारी संस्था (ICE) के मुताबिक पिछले 3 सालों में अवैध रूप से घुसने की कोशिश में औसतन 90 हजार भारतीय नागरिकों को पकड़ा है। इन अप्रवासियों का एक बड़ा हिस्सा पंजाब, गुजरात और आंध्र प्रदेश से आ रहा है।
अवैध अप्रवासियों को क्यों निकाल रहे ट्रम्प ट्रम्प ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करके अवैध अप्रवासियों की एंट्री बैन करने का ऐलान किया था। ट्रम्प ने चुनाव कैंपेन में भी अवैध अप्रवासियों को देश से निकालने का वादा किया था। उन्होंने अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन करने को कहा था। ट्रम्प का मानना है कि दूसरे देशों से लोग अमेरिका में अवैध तरीके से घुसकर अपराध करते हैं। यहां नौकरियों के बड़े हिस्से पर अप्रवासियों का कब्जा है, इससे अमेरिकी लोगों को नौकरी नहीं मिलती। ट्रम्प ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले कानून ‘लैकेन रिले एक्ट’ पर साइन किए। इस कानून के तहत फेडरल अधिकारियों को उन अवैध अप्रवासियों को हिरासत में लेकर डिपोर्ट करने का अधिकार है, जो किसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं।