नई दिल्ली। उतराखण्ड के चमोली जिले में पहाड़ी से ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर डैम पर गिर गया, जिससे डैम का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से डैम का पानी तेजी से अलकनंदा नदी में जाने लगा। अलकनंदा नदी का प्रवाह बढ़ने से केंद्रीय जल आयोग ने अपनी सभी चौकियों पर अलर्ट जारी किया है। तपोवन बैराज पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है। घटना के बाद से कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ने से अलर्ट जारी हो गया है।
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पुलिस व एसडीआरएफ की टीमें नदी किनारे की बस्तियों को लाउडस्पीकर से अलर्ट करने के साथ ही खाली कराने में जुट गई है। ऋषिकेश में भी गंगा नदी से बोट राफ्टिंग संचालकों को हटाया जा रहा है।
इस संदर्भ में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने उतराखण्ड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत व वहां के अधिकारियों से बात की है और वहां की तत्काल स्थिती का जायजा लिया है। उन्होंने उतराखण्ड को इस विषम परिस्थिती में हरसंभव मदद देने का वादा किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के महानिदेशकों से बात की है और युद्व स्तर पर काम करने का निर्देश दिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करके बताया था कि राहत की खबर यह है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है।