Vastu Tips : घर द्वार को किसी की नजर न लगे इसके लिए लोग हर जतन करते हैं। सब चाहते हैं कि उनका घर स्वर्ग हो और मन मस्तिष्क को शुकून मिले। लेकिन किन्हीं कारणों से जब इसमें कोई कमी रह जाती है तब घर के सभी सदस्यों का मन विचलित हो जाता है। वास्तु के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए घर की बनावट भी वास्तु के नियमों के अनुसार होना चाहिए। वास्तु से जुड़ी बाधाओं से मुक्ति पाने लिए वास्तु शास्त्र में उचित मार्गदर्शन मिलता है। आईये जानतें है वास्तु शास्त्र के कुछ और अहम उपाय जो घर के सदस्यों को पहुंचा सकते हैं समृद्धि के द्वार पर।
पढ़ें :- Mahakumbh 2025 : स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती से दीक्षा लेकर दो युवा प्रतिभाओं ने ग्रहण किया संन्यास, सनातन की सेवा का संकल्प लिया
वास्तु शास्त्र में बैठक रूम
1.वास्तु कहता है कि मेहमान के स्वागत-सत्कार में किसी प्रकार की कमी न रखें ताकि मेहमान आपके घर से विदा ले तो वह अत्यंत प्रसन्न नजर आए।
2.बैठक रूम के दक्षिण-पूर्व दिशा में टेलीविजन रखा जाना चाहिए।
3.मकान पूर्व या उत्तरमुखी है तो बैठक रूम को पूर्वोत्तर दिशा अर्थात ईशान कोण में होना चाहिए।
पढ़ें :- Makar Sankranti 2025 : मकर संक्रांति पर करें इन सूर्य मंत्रों का जाप , बढ़ेगा आत्मविश्वास और रोग दोष समाप्त होंगे
5.अतिथि कक्ष वायव्य कोण में मेहमान के ठहराने के लिए बनाया जाता है।
6.बैठक रूम में खिड़की और दरवाजे के पर्दे मिलते-जुलते रंगों में ही प्रयोग करें।
7.बैठक रूम में उत्तर और ईशान दिशा को छोड़कर कहीं भी सोफा सेट लगाएं।
8.बैठक रूम में कभी भी नकारात्मक चित्र न लगाएं, जैसे ताजमहल, महाभारत या किसी कांटेदार पौधे का चित्र।
9.घोड़ों की तस्वीर न लगाना चाहें तो आप तैरती हुए मछलियों के चित्र भी लगा सकते हैं।