Vastu Tips : प्रकाश अंधकार को छांटता है। जीवन में भी ज्ञान के प्रकाश की आवश्यकता होती है। पौराणिक ग्रंथों में जीवन को प्रकाशित करने के लिए हर वो उपाय बताये गए है जिसका प्रयोग करने के बाद जीवन में बाधाओं का अंधेरा छंट जाता है और समृद्धि का प्रकाश फैल जाता है। वैदिक धर्म शास्त्रों के अनुसार, किसी पूजा पाठ का आरंभ दीपक जलाकर किया जाता है। यही कारण है। पूजा पाठ में प्रयोग होने वाले दीपक के बारे में नियम बना है। आइये जानते है उन नियमों के बारे।
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पश्चिम दिशा में न जलाएं
घर में पूजा का दीपक जलाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह हमेशा भगवान की मूर्ति के सामने हो। दीपक को उचित स्थान रखने के नियम बताए गए है। यदि आप पूजा पाठ के लिए तेल का दीपक जला रहे हैं तो हमेशा अपने दाएं तरफ और घी का दीपक जला रहे हैं तो हमेशा बाएं तरफ रखना चाहिए।
यदि आप पूजा में तेल का दीपक जला रहे हैं तो बत्ती लाल धागे से बनी हो, वहीं अगर घी का दीपक जला रहे हैं तो रुई की बत्ती का प्रयोग करना चाहिए। दीपक कभी पश्चिम दिशा में न जलाएं, इससे गरीबी आती है और तेजी से धन का नाश होता है।
मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं
शाम के वक्त मुख्य दरवाजे पर दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपका घर धन-धान्य से भर देती हैं। दक्षिण दिशा मां लक्ष्मी और यम दोनों का निवास होता है। इसलिए दक्षिण दिशा में दीपक जलाकर आप एक साथ मां लक्ष्मी और यमराज दोनों को खुश कर सकते हैं।