Vastu Tips : जिंदगी में सफलता के लिए घर परिवार से ही उर्जा मिलती है। घर परिवार का सुखद वातावरण जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़ने के लिए व्यक्ति को रास्ता देता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यदि घर के मुख्य द्वार पर कुछ उपाय किए जाय तो इसका असर घर के सभी सदस्यों की सफलता पर पड़ता है। घर के मुख्य द्वार पर साफ सुथरा और सजाया जाना चाहिए। आइये जानते है घर के मुख्य द्वार के वास्तु उपायों के बारे में।
पढ़ें :- Vastu Tips : राहु से बचाएं रसोईघर की खुशियां , जानें दुष्प्रभाव दूर करने के नियम
1. वास्तु शास्त्र कहता है कि आपके घर का मुख्य द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए। द्वार को सुंदर नेम प्लेट और शुभ तोरणों से सजाया जाए। सामने वाले दरवाजे के बाहर फव्वारे, जूते की रैक या जानवरों की मूर्तियों को रखने से बचना चाहिए। प्रवेश द्वार को काले रंग से रंगने से भी बचना चाहिए
2. स्वास्थ्य और घर के लिए आपको सही रंग चुनना चाहिए। कुछ रंगों में इन नकारात्मक तरंगों या ऊर्जाओं को अवशोषित करके नकारात्मकता को कम करने की क्षमता होती है। इनमें क्रोम येलो शेड और ब्राइट ऑरेंज जैसे रंग शामिल हैं।
3. घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए घर के अंदरूनी हिस्से तेज रोशनी से जगमगाते रहे हैं। आपको घर की सभी खिड़कियां भी रोजाना कम से कम 2 से 3 घंटे खुली रखनी चाहिए। शाम के समय अपने घर में जल स्रोत के पास एक दीया जलाएं। यह घर में सभी के सामान्य स्वास्थ्य की रक्षा और सुधार करेगा।
4. किचन को दक्षिण-पूर्व दिशा को अच्छा माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार,सिंक या वॉश बेसिन का मुख उत्तर-पूर्व की ओर होना चाहिए और मसाले और अनाज के जार दक्षिण या पश्चिम दिशा में होने चाहिए।
पढ़ें :- पितृ पक्ष में भूलकर भी इन जगहों पर न लगाएं पितरों की तस्वीर; मुश्किल में पड़ सकता है आपका परिवार
5.शयनकक्ष में बिस्तर दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इस तरह जब आप सोते हैं तो आपके पैर उत्तर या पूर्व दिशा में होंगे जिससे आपको अच्छी नींद आएगी। यह अधिक मानसिक भलाई भी सुनिश्चित करता है।