वास्तु शास्त्र में आज जानिए खाने में इस्तेमाल होने वाली सबसे जरूरी चीज नमक के बारे में। नमक हमारे किचन में सबसे अहम जगह रखता है, लेकिन नमक सिर्फ खाने में ही नहीं बल्कि इसके और भी कई फायदे हैं।
पढ़ें :- Mauni Amavasya 2025 : मौनी अमावस्या पर गंगा में डुबकी और दान-पुण्य का विशेष महत्व है, जानें इसका महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार नमक का संबंध पूरे घर में सुख-समृद्धि से होता है। एक चुटकी नमक आसानी से कई समस्याओं का समाधान कर सकता है। सबसे पहले यह घर से नकारात्मकता और दरिद्रता को दूर कर सकता है।
फर्श की सफाई करते समय प्रतिदिन थोड़ा सा खड़ा नमक यानि समुद्री नमक पानी में मिला देना चाहिए। यह उपाय घर की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है और वातावरण में शांति बनाए रखता है, लेकिन ध्यान रहे कि सप्ताह में एक बार गुरुवार को इस उपाय से बचना चाहिए।
मन बहुत उदास हो और आप भीतर से थकान या फिर बुझा हुआ महसूस कर रहे हों तो नमक के पानी से स्नान करें। ऐसा करने से खुद को तरोताजा के साथ ही ऊर्जान्वित महसूस करने लगेंगे। इस उपाय से दिमाग से सारी नेगेटिविटी भी दूर हो जाएगी।
वास्तुदोष निवारण के लिए नमक का उपयोग किया जाता है। कांच के बाउल में सेंधा नमक की डलियां रख कर शौचालय में रख दें, तो इससे वहां की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने लगती है। ध्यान रखें कि हर 15 दिन के बाद नमक को जरूर बदल दें।
पढ़ें :- Tulsi-Mala Ki Mahima : गले में तुलसी की माला धारण करने से बढ़ती है जीवन शक्ति, मानसिक तनाव में मिलता है लाभ
शारीरिक, मानसिक और आर्खिक समस्याएं दूर करने के लिए आप गुरुवार को छोड़कर पोंछा लगाते वक्त पानी में थोड़ा साबुत खड़ा नमक मिला लेना चाहिए। इस उपाय से भी घर की नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और दरिद्रता दूर होकर धन का आगमन बना रहेगा।
घर के किसी सदस्य या बच्चों को नजर बहुत लगती है। ऐसे में एक चुटकी नमक और थोड़ी सी राई ले लें। फिर इसे सात बार सिर के ऊपर से घुमाकर पानी में बहा दें। इस उपाय से नजर का प्रभाव उतर जाएगा। बच्चों को नजर लगने से बचाने के लिए पानी में चुटकी भर नमक मिलाकर सप्ताह में एक दिन इससे बच्चों को जरूर नहलाएं।