Strange Story: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अनोखा नजारा देखने को मिला। जहां एक बस की ड्राईवर पत्नी तो टिकट कलेक्टर पति है। लोनी डिपो की इस बस का ये नजारा जो भी देखता है वो हैरान रह जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये पति और पत्नी उत्तर प्रदेश रोडवेज में तैनात है।
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वेद कुमारी का सपना दिल्ली पुलिस में भर्ती होने का था पर तकदीर ने उसे यूपी रोडवेज का ड्राईवर बना दिया। इसी बस में कंडक्टर के पद पर उनके पति मुकेश प्रजापति भी संविदा पर तैनात हैं।
बुलन्दशहर में पत्नी ड्राइवर तो पति कंडक्टर pic.twitter.com/ZgTaPkSekk
— Deoki Nandan Mishra (@mishradeoki) November 6, 2023
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बुलंदशहर निवासी वेद कुमारी और उनके पति मुकेश प्रजापति एक ही बस में तैनात हैं। वेद कुमारी ने उत्तर प्रदेश रोडवेज में सारथी की नियुक्ति का विज्ञापन जारी होने के बाद ड्राईवर बनने की ठानी। इसके लिए उसने खूब मेहनत और लगन की।
उसकी मेहनत रंग लायी और उसे लोनी डिपो की बस का ड्राईवर बनने का मौका मिल गया। वेद कुमारी दिल्ली में रहकर पुलिस में आने की तैयारी कर रही थी। वेद कुमारी का सपना था कि उसके तन पर पुलिस की वर्दी हो। परिवार की जिम्मेदारी में पति के साथ बराबरी से चलने का निर्णय लिया।
दिल्ली में रहकर तैयारी करने के दौरान उसने यूपी रोडवेज के सारथी का विज्ञापन देखा। कौशल विकास मिशन के तहत यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के सहयोग से वर्ष 2021 में वेद कुमारी ने माडल ड्राईविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट कानपुर में दाखिला लिया।
वहां भारी वाहन चलाने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद वेद कुमारी लोनी की वर्कशाप में दस माह तक प्रशिक्षण के लिए गई। वेद कुमारी ने जिस सारथी बनने के लक्ष्य के साथ ड्राईविंग के क्षेत्र में कदम बढ़ाया था उनका लक्ष्य अप्रैल 2023 में आखिरकार पूरा हो गया। कौशांबी डिपो से वेद कुमारी पहली बार रोडवेज बस का स्टेयरिंग थाम सारथी बन गई।