Winter Hari Matar : हरी मटर को सर्दियों का राजा कहा जाता है। ठंड के माह में बाजार में ताजी हरी सब्जियां आना शुरू हो जाती हैं। थाली की शान बढ़ाने वाला हरी मटर का निमोना स्वाद में लाजवाब और एनर्जी बूस्टर माना जाता है। दानों से भरी मटर स्वाद के साथ-साथ शरीर को पूरा पोषण देती है।
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मटर की तासीर
आयुर्वेद के अनुसार, मटर को पोषक तत्वों से भरपूर बताया गया है। इसकी तासीर हल्की गर्म होती है, जो शरीर को गर्म रखती है। इसे सर्दियों का नेचुरल हीटर कह सकते हैं। इसमें प्लांट बेस्ड प्रोटीन (Plant Based Protein) होता है, जो मांसपेशियों की मरम्मत करने, हड्डियों को मजबूत करने, आंखों की रोशनी बढ़ाने और आंतों को साफ करने में मदद करता है।
लिवर डिटॉक्स
मटर के पोषक तत्वों की बात करें तो मटर में फाइबर अधिक मात्रा में होता है, जो आंतों की सफाई में मदद करता है। मटर के सेवन से पाचन और पेट साफ रहता है, लिवर डिटॉक्स होता है और अगर कब्ज की परेशानी है, तो वह भी दूर होती है। खास बात यह है कि खराब जीवनशैली की वजह से आजकल आंतों में सूजन (inflammation of the intestines) की समस्या हर उम्र के लोगों में देखी जा रही है। मटर में आंतों की सूजन को कम करने की क्षमता होती है।
रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखता है
मटर का सेवन रक्त में शर्करा की मात्रा को भी नियंत्रित रखता है। बाकी हरी सब्जियों की तुलना में मटर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) कम होता है, जिससे खाने के बाद शुगर तेजी से नहीं बढ़ता है। ऐसी स्थिति में मटर का सेवन शुगर के मरीज भी अच्छे से कर सकते हैं। फाइबर होने की वजह से उसके सेवन से पेट संबंधी रोग भी कम होते हैं।