नई दिल्ली। देश के पूर्व गृह मंत्री दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद (Mufti Mohammad Sayeed) की बेटी रूबिया सईद (Rubaiya Saeed) को टाडा कोर्ट जम्मू (TADA Court Jammu) ने गवाह के तौर पर समन जारी किया है। बता दें कि यह मामला 30 साल पहले रूबिया सईद (Rubaiya Saeed) के अपहरण का है। इस मामले में आतंकी और अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) समेत अन्य आरोपी हैं। टाडा कोर्ट जम्मू (TADA Court Jammu) में इस मामले में अगली सुनवाई जुलाई में होनी है।
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यासीन मलिक (Yasin Malik) को 25 मई को एनआईए कोर्ट (NIA Court) ने टेरर फंडिंग मामले में दोहरी उम्रकैद की सजा सुनाई है। यासीन मलिक (Yasin Malik) पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती(PDP Chief Mehbooba Mufti) की बहन रूबिया सईद (Rubaiya Saeed) के अपहरण समेत चार वायुसेना के अधिकारियों की हत्या का भी मामला दर्ज है। ऐसे में अब इन मामलों को लेकर भी यासीन मलिक(Yasin Malik) पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है।
आठ दिसंबर 1989 को देश के गृह मंत्री मुफ्ती की बेटी रुबिया सईद का यासीन मलिक व अन्य आतंकियों ने अपहरण कर लिया था
मुफ्ती मोहम्मद सईद (Mufti Mohammad Sayeed) की बेटी रुबिया सईद (Rubaiya Saeed) का यासीन मलिक (Yasin Malik) व अन्य आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। इसके बदले में विभिन्न जेलों में बंद पांच खूंखार आतंकियों को छोड़ना पड़ा था। इस घटना के लगभग डेढ़ महीने बाद 25 जनवरी 1990 को यासीन मलिक (Yasin Malik) व जेकेएलएफ (JKLF)के अन्य आतंकियों ने श्रीनगर में वायुसेना के जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें चार की मौत हो गई, जबकि 40 अन्य घायल हो गए।
जानें यासीन मलिक के खिलाफ कौन-कौन से केस हैं?
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2017 में टेरर फंडिंग केस – (इसमें उम्रकैद की सजा मिली है)।
1990 में रावलपोरा में चार वायु सेना के अधिकारियों की हत्या ।
1989 में देश के पूर्व गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबिया सईद का अपहरण।
1989 में कश्मीरी पंडित न्यायाधीश न्यायमूर्ति नीलकंठ गंजू की हत्या।