यूपी की राजधानी लखनऊ से एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां के चारबाग स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन में पांच मासूम बच्चे बड़े ही चुपचाप डरे बैठे थे। तभी आरपीएफ पहुंचे और उन बच्चों से पूछा कहां जा रहे है इसके बाद बच्चों ने जिस जगह का नाम लिया जिसे उसके जानकार होश उड़ गए।जगह जानने के बाद आरपीएफ़ ने तुरंत बच्चों को ट्रेन से उतारा और अपने साथ ले गए।
पढ़ें :- यूपी पुलिस में अब नौकरियों की बहार, पीएसी सहित अलग-अलग पदों पर होंगी 22 हजार भर्तियां
ये मामला चारबाग रेलवे स्टेशन का है। यहां आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने मानव तस्करी का बड़ा खुलासा किया है। बिहार से जम्मू-कश्मीर ले जाए जा रहे पांच नाबालिग बच्चों को सुरक्षित छुड़ा लिया गया। इस मामले को लेकर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जो बच्चों को मजदूरी कराने ले जा रहा था।बता दें कि आरपीएफ को सूचना मिली थी कि गंगा सतलज एक्सप्रेस में कुछ नाबालिग बच्चों को अवैध तरीके से ले जाया जा रहा है। सूचना पर तुरंत ट्रेन के चारबाग स्टेशन पहुंचते ही आरपीएफ की टीम ने दबिश देकर बच्चों को बरामद कर लिया। वहीं आरोपी को पकड़ लिया. गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान झारखंड के रहने वाले हसरूद्दीन अंसारी के रूप में हुई है।
पंजाब से जम्मू-कश्मीर तक का कनेक्शन
आरपीएफ ने जब आरोपी से पूछताछ की. तो उसने बताया कि वह बच्चों को पंजाब के रास्ते जम्मू-कश्मीर ले जा रहा था. वहां उन्हें मजदूरी के लिए भेजा जाना था। जब कि बच्चों कि आयु बेहद कम थी वो अभी मजदूरी करने लायक नहीं थे। आरपीएफ ने तुरंत सभी बच्चों को सुरक्षित कर उनकी काउंसलिंग करवाई। पकड़े गए आरोपी हसरूद्दीन अंसारी को आरपीएफ ने आगे की जांच के लिए एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दिया है. वहीं बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की देखरेख में भेजा गया। जांच एजेंसियां अब इस बात का पता लगाने में जुटी हैं कि आरोपी किसी बड़े तस्करी गिरोह से जुड़ा है या नहीं।
तस्करी पर सख्त नजर
पढ़ें :- गोमतीनगर सड़क किनारे बैठाया मिला महिला का शव, घंटों तक नहीं हटी तो पहुंची पुलिस
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर लगातार गश्त और निगरानी बढ़ाई गई है ताकि मानव तस्करी जैसी घटनाओं को रोका जा सके। समय पर जानकारी और तुरंत कार्यवाई ने बच्चों कि जिंदगी बचा लिया।