Air India: एयर इंडिया की 68 वर्षों बाद घर वापसी हो गयी है। अब इसका मालिकाना हक अब टाटा समूह (Tata Group) के हाथों में चला गया। टाटा ने सबसे ज्यादा 18 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाकर एयर इंडिया (Air India) का मालिक बन गया।
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गौरतलब है कि, 1932 में जे आर डी टाटा ने टाटा एयर सर्विसेज शुरू की थी, जो बाद में टाटा एयरलाइंस के नाम से जाने जाने लगी। 29 जुलाई 1946 को ये पब्लिक लिमिटेड कंपनी हो गयी। वहीं, 1953 में सरकार ने टाटा एयरलाइंस का अधिग्रहण कर लिया और यह सरकारी कंपनी बन गई।
हालांकि, अब फिर से टाटा संस ने एयरलाइंस में फिर से उतरने का मन बना लिया है। करीब 68 साल बाद एक बार फिर एयर इंडिया टाटा ग्रुप के पास आ जाएगी। टाटा संस की ग्रुप में 66 फीसदी हिस्सेदारी है, और ये टाटा समूह की प्रमुख स्टेकहोल्डर है।
1953 में एयर इंडिया का किया गया राष्ट्रीयकरण
बता दें कि, सरकारी विमान कंपनी एयर इंडिया करीब 68 साल बाद अपने पुराने मालिक यानी टाटा समूह के पास गई है। दरअसल, जहांगीर रतनजी दादाभाई (जेआरडी) टाटा ने 1932 में इस एयरलाइन की स्थापना की थी। तब इसे टाटा एयरलाइन कहा जाता था। हालांकि, एयर इंडिया का 1953 में राष्ट्रीयकरण किया गया था। इसके बाद कंपनी में सरकार का 100 प्रतिशत स्वामित्व था।