Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. मोदी सरकार ने ‘मेड इन अमेठी’ AK-203 राइफल को दी हरी झंडी, अब देश के जवान 300 मीटर दूर बैठे दुश्मन को करेंगे ढेर

मोदी सरकार ने ‘मेड इन अमेठी’ AK-203 राइफल को दी हरी झंडी, अब देश के जवान 300 मीटर दूर बैठे दुश्मन को करेंगे ढेर

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। केंद्र की  मोदी सरकार (Modi Government) ने यूपी के अमेठी में 5 लाख से अधिक एके-203 असॉल्ट राइफल (Ak-203 Assault Rifles) के विनिर्माण की योजना को मंजूरी दे दी है। यह जानकारी न्यूज एजेंसी पीटीआई ने रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के सूत्रों के हवाले से दी है।

पढ़ें :- Bihar News: पटना में बीपीएससी अभ्यार्थियों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज, दौड़ा-दौड़कर पीटा

सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश भारत का रक्षा विनिर्माण केंद्र (Defense Manufacturing Center) बनने के मार्ग पर है। सूत्र ने कहा कि यह रक्षा अधिग्रहण (Defense Acquisition) में खरीद (वैश्विक) से मेक इन इंडिया तक के सफर में लगातार होते बड़े परिवर्तन को दर्शाता है। यह प्रयास रूस के साथ साझेदारी में किया जाएगा और यह रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरी होती साझेदारी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों ( MSME) और अन्य रक्षा उद्योगों को कच्चे माल तथा घटकों की आपूर्ति के लिए व्यावसायिक अवसर प्रदान करेगी, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

7.62 X 39 एमएम कैलिबर एके-203 (असॉल्ट कालाश्निकोव-203) राइफल तीन दशक पहले शामिल सेवा में जारी इंसास राइफल (Insas Rifle) की जगह लेंगी। सूत्रों ने बताया कि एके-203 असॉल्ट राइफलें, 300 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्की, मजबूत और प्रमाणित तकनीक के साथ आसानी से उपयोग में लाई जा सकने वाली आधुनिक असॉल्ट राइफल (Assault Rifles) हैं। ये वर्तमान और परिकल्पित अभियान संबंधी चुनौतियों का पर्याप्त रूप से सामना करने के लिए सैनिकों की युद्ध क्षमता को बढ़ाएंगी।

ये आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियानों में भारतीय सेना की परिचालन प्रभावशीलता को बढ़ाएंगी। उन्होंने बताया कि यह परियोजना इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) नामक एक विशेष प्रयोजन के संयुक्त उद्यम द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। यह भारत के तत्कालीन ओएफबी-आयुध निर्माणी बोर्ड (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यूईआईएल) और म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड (MIL) तथा रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (ROE) एवं कालाश्निकोव के साथ बनाया गया है।

आपको बता दें कि भारत और रूस के बीच सैन्य संबंधों को एक मजबूत बढ़त देने का इरादा लिए दोनों देश के राष्ट्राध्यक्षों की सोमवार को बैठक होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक के दौरान भारत 7.5 लाख एके-203 असॉल्ट राइफलों की आपूर्ति पर समझौता करने वाला है।

पढ़ें :- सलमान रुश्दी का विवादास्पद उपन्यास 'The Satanic Verses' 36 साल के प्रतिबंध के बाद भारत लौटा,राजीव गांधी ने लगाया था बैन, दिल्ली में बिक्री शुरू

आपको बता दें कि रूस से डिजाइन की गई AK-203 को उत्तर प्रदेश के अमेठी की एक फैक्ट्री में बनाया जाएगा। सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है।सूत्रों ने कहा कि कुछ साल पहले दोनों पक्षों के बीच समझौते पर सहमति बनी थी और अब आखिरी बड़ा मुद्दा प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के मुद्दों को हल करना था। भारतीय सेना द्वारा अधिग्रहित की जाने वाली 7.5 लाख राइफलों में से, पहले 70,000 में रूसी निर्मित घटक शामिल होंगे क्योंकि प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण धीरे-धीरे होता है। उत्पादन प्रक्रिया शुरू होने के 32 महीने बाद इन्हें सेना को दिया जाएगा।

Advertisement