नई दिल्ली: संसार भगवान् के चमत्कारों से भरा पड़ा है। लेकिन फिर भी मनुष्य विज्ञानी सच्चाई को जाने, तब्बजो देना पसंद नहीं करना चाहता है। लेकिन दुनिया में भगवान के कुछ चमत्कार ऐसे भी मौजूद है, जिनके आगे विज्ञान का कोई बस नहीं चलता है। ऐसे ही एक अद्भुत अविश्वसनीय चमत्कार से हम आज आपका सामना कराने जा रहे है। जिसके आगे बिज्ञान भी बौना साबित हो जाता है।
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भगवान् शिव त्रिकाल दर्शी के चमत्कारों से पूरी दुनिया भली भांति रूप से परिचित है। ऐसा ही एक शिव चमत्कार गुजरात की नर्मदा नदी में देखने को मिलता है। एक ऐसा अद्भुत अविश्वसनीय चमत्कार जिसके आगे विज्ञानं भी घुटने टेकने को मजबूर हो जाये। भगवान शिव के अद्भुत चमत्कार के यंहा साक्षात दर्शन होते है। बताया जाता है, कि इस नर्मदा नदी में अपने आप शिवलिंग निकल आते है। और इनकी पूजा करने से मनुष्य की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। तो आइये आपको बताते है, भगवान् शिव के चमत्कार का रहस्य।
1- प्राचीन धार्मिक शाश्त्रो के अनुसार माता नर्मदा नदी में अपने आप शिवलिंग की उत्पत्ति होती है। यह बाकायदा शिवलिंग के आकर रूप व पत्थरो से बने होते है। नर्मदा नदी से निकले शिवलिंगो की पूजा नर्मदा नदी के तटों पर स्थित सभी मंदिर में आदि काल से होती चली आ रही है।
2- नर्मदा नदी के तट पर स्थित भगवान् शिव के इस प्राचीन मंदिर का नाम नर्मदेश्वर है। इसी नर्मदेश्वर मंदिर का उल्लेख पुराणों में भी किया गया है। और मंदिर में स्थित शिवलिंग को नर्मदेश्वर महादेव कहा जाता है।
3- पुराणों के अनुसार नर्मदा नदी से निकला हर पत्थर भगवान् शिव जी का रूप माना जाता है। और नर्मदा से निकलने बाले शिवलिंगो की भगवन शिव के रूप में पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के आधार पर बताया जाता है, कि नर्मदा देवी भगवान् शिव की पुत्री है। और इसीलिए नदी में पाए जाने वाले सभी पत्थरों में शिव जी का वास होता हैं।
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4- नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करने बाले भक्तो का हर समय जमा बाड़ा बना रहता है। सबसे ज्यादा दूर दराज से आये लोग यंहा नर्मदेश्वर महादेव शिवलिंग की खोज में आते है, जिस भक्त के नसीब में बह शिवलिंग आ जाता है। बह अपने आपको भाग्यशाली समझता है। सावन के महीने में यहां खूब भीड़ होती हैं। यहां रुद्राभिषेक एवं अन्य अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है।
5- नर्मदा नदी से निकलने बाले हर शिवलिंग को नर्मदेश्वर महादेव कहा जाता है, इसी लिए यंहा से प्राप्त शिवलिंगो की मंदिरो में स्थापना के समय प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत नहीं पड़ती है।
6- पुराणों के आधार पर मान्यता है, कि जो ब्यक्ति नर्मदा में स्नान कर नर्मदेश्वर महादेव के दर्शन करता है, बह ब्यक्ति मृत्यु भय से मुक्ति पाता है। और मनुष्य के जीवन में आने बाली सारी समस्याएं नस्ट हो जाती है।
7- मान्यताओं के आधार पर गंगा में डुबकी लगाने बाले शिव भक्त को जितना फल मिलता है। उतना ही फल नर्मदा में स्नान कर नर्मदेश्वर महादेव के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है।
8- दूरदराज से यंहा शिव भक्त नर्मदेश्वर शिवलिंग की खोज में आते है। मान्यताओं के आधार पर नर्मदेश्वर शिवलिंग की मंदिर में स्थापना कर दर्शन करने एवं अभिषेक करने से व्यक्ति को धन की प्राप्ति होती है। साथ ही सुख-शांति मिलती है।
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9- मान्यताओं के आधार पर भगवान् शिव के रूप नर्मदेश्वर शिवलिंग के दर्शन मात्र से मनुष्य को ग्रह दोषों से भी छुटकारा मिलता है। कलस भर जल चढ़ाने से मनुष्य के कष्ट दूर हो जाते है।
10- नर्मदा तट पर नर्मदेश्वर शिवलिंग की खोज करने बाले भक्त इन शिवलिंगो को ले जाकर अपने घर के मंदिरो में भी स्थापित करते है। जिससे उनके घर पर भगवान् नर्मदेश्वर महादेव की हमेशा कृपा बनी रहे। आपको बता दे शिवलिंग को घर के मंदिरो में स्थापित करते बक्त शिव जी का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।